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मोहनगढ़: बदहाल सड़क देख ग्रामीणों ने उठाया मरम्मत का बीड़ा, क्या जिम्मेदारों की लापरवाही से मजबूर हुए ग्रामीण?

जैसलमेर में ग्राम पंचायत काणोद और बीरमा काणोद के बीच की सड़क बारिश के कारण जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पिछले 4-5 दिनों में इसी सड़क पर एक बड़ा हादसा हुआ था। ऐसे में बदलहाल सड़क का ग्रामीण खुद मरम्मत कर रहे हैं।

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Mohangarh

सड़क की मरम्मत कर रहे ग्रामीण (फोटो- पत्रिका)

मोहनगढ़: जैसलमेर जिले में डबल इंजन सरकार के विकास के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। जिले की सड़कों के हालात बद से बदतर हो चुके हैं। लेकिन न तो जन प्रतिनिधियों को परवाह है और न ही जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं रेंग रही है। हालात यह हैं कि आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं।


बता दें कि ग्राम पंचायत काणोद और बीरमा काणोद के बीच की सड़क बारिश के कारण जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पिछले 4-5 दिनों में इसी सड़क पर एक बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।


खुद सड़क बनाने का जिम्मा उठाया


ऐसे में गांव के युवा वर्ग ने खुद सड़क की मरम्मत का जिम्मा उठाया। ग्रामीण अभय सिंह ने बताया कि हाल ही में हुए हादसे की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ग्रामीणों ने मिलकर खड्डों को भरने का काम शुरू किया। इस कार्य में दुर्जन सिंह, महेंद्र सिंह, धरमा राम, यशपाल कुमार और शोकत खां आदि ने आगे बढ़कर योगदान दिया।


जिम्मेदारी निभाने में नाकाम


ग्रामीणों का कहना है कि जब जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम साबित हो रहे हैं, तब मजबूर होकर उन्हें ही सड़क की मरम्मत करनी पड़ी। लोगों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि जल्द से जल्द इस सड़क की स्थायी मरम्मत करवाई जाए, ताकि भविष्य में किसी की जान पर जोखिम न आए।