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जैसलमेर में ओरण-गोचर भूमि बचाने को लेकर जनाक्रोश रैली, विधायक रविंद्र भाटी समेत हजारों लोग हुए शामिल

जैसलमेर में गड़ीसर तालाब से कलेक्ट्रेट तक ओरण-गोचर भूमि की सुरक्षा को लेकर बड़ी रैली निकाली गई। शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी, साधु-संत, किसान और हजारों नागरिक शामिल हुए।

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Jaisalmer Rally

जनाक्रोश रैली में हजारों लोग होंगे शामिल

जैसलमेर: जैसलमेर में गड़ीसर तालाब से कलेक्ट्रेट तक बड़ी जनाक्रोश रैली निकाली गई। इस रैली का मुख्य उद्देश्य ओरण और गोचर भूमि की सुरक्षा थी, जिसे ग्रामीण समाज पीढ़ियों से अपनी जीवनरेखा और धरोहर मानता आया है।

रैली में शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी, साधु-संत, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान और हजारों ग्रामीण-नागरिक शामिल हुए।
बता दें कि रैली सुबह 11 बजे गड़ीसर तालाब से शुरू हुई और कलेक्ट्रेट तक पहुंची। पुलिस-प्रशासन ने रैली को देखते हुए शहर में यातायात डायवर्ट कर दिया है और प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। सत्यदेव व्यास पार्क में हवन किया गया।


भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। भारी वाहनों और बसों का शहर में प्रवेश रैली के दौरान पूरी तरह बंद रहेगा। विजय स्तंभ सर्किल से गीता आश्रम सर्किल तक तथा ऑफिसर सर्किल से हनुमान सर्किल तक वाहनों का आवागमन रोका गया है।


विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई


रैली में शामिल होने वाले वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई। सम और रामगढ़ क्षेत्र से आने वाले वाहन जोधपुर रोड रोडवेज डिपो और बाड़मेर रोड वन विभाग के पास पार्क हुए। नाचना, पोकरण, लाठी, चांधन और मोहनगढ़ मार्ग से आने वाले वाहन भी जोधपुर रोड पर गिरधर पेट्रोल और रोडवेज डिपो के बीच पार्क किए गए। सभी प्रतिभागी वहां से पैदल रैली स्थल तक गए।


साधु-संतों का भी रैली में योगदान महत्वपूर्ण होगा। जिलेभर के आश्रमों और मठों के संत रैली में शामिल होकर ओरण और गोचर भूमि के महत्व को उजागर करेंगे। उनका कहना है कि "ओरण केवल जमीन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और श्रद्धा का प्रतीक है। इसे बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।"


शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने रैली से पहले समर्थकों से अपील की कि ओरण और गोचर हमारी पीढ़ियों की धरोहर हैं। यदि इन्हें सुरक्षित नहीं किया गया, तो पशुपालन और ग्रामीण जीवन पर असर पड़ेगा। यह केवल जमीन का सवाल नहीं, बल्कि संस्कृति और अस्तित्व का मामला है।


हजारों लोग हुए शामिल


रैली में जिले भर से हजारों लोग शामिल हुए। ग्रामीण क्षेत्र से बस, जीप और ट्रैक्टर-ट्रॉली में लोग शहर की ओर आए। महिलाओं और युवाओं की भी बड़ी संख्या में भागीदारी रही। कई किसान संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता भी रैली का समर्थन किए।


क्या है रैली का उद्देश्य


जनाक्रोश रैली का मुख्य उद्देश्य ओरण और गोचर भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में स्पष्ट रूप से दर्ज कराना और उन्हें सुरक्षित करना है। पश्चिमी राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में ये भूमि पशुओं और पर्यावरण के लिए जीवनदायिनी मानी जाती है।


ओरण पवित्र स्थल हैं जहां पशुओं को चरने की खुली छूट है, जबकि गोचर गांव की सार्वजनिक चरागाह भूमि है, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पशुपालन की नींव है। ग्रामीणों का आरोप है कि समय के साथ इन जमीनों पर अतिक्रमण और गलत रिकॉर्डिंग हुई है और निजी लाभ के लिए भू-स्वामित्व दर्ज कराने की कोशिशें भी हो रही हैं।

रैली के माध्यम से ग्रामीण अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं कि ओरण और गोचर भूमि को संरक्षित किया जाए, ताकि यह प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रहे।