फुटबॉल महाकुंभ रोकेगा राह
चार साल में एक बार होने वाला फुटबॉल विश्व कप इस बार रूस में हुआ। रूस में आयोजित इस फुटबॉल विश्व कप के दौरान दुनिया भर के लोग बतौर दर्शक वहां पहुंचे। इनमें बहुत बड़ी तादाद यूरोपियन लोगों की रही। जैसलमेर आने वाले विदेशी सैलानियों की अधिकांश आवक यूरोप के फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड, स्पेन, बेल्जियम, इटली, स्विट्जरलैंड, हॉलैंड आदि देशों से हुआ करती है। फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है। इसके रूस में हुए सबसे बड़े चार ***** आयोजन में शरीक होने के बाद जैसलमेर तक पहुंचने वाले बजट क्लास विदेशी सैलानियों की संख्या में निश्चित रूप से कमी महसूस की जाएगी। ऐसा पूर्व में भी हो चुका है।
चार साल में एक बार होने वाला फुटबॉल विश्व कप इस बार रूस में हुआ। रूस में आयोजित इस फुटबॉल विश्व कप के दौरान दुनिया भर के लोग बतौर दर्शक वहां पहुंचे। इनमें बहुत बड़ी तादाद यूरोपियन लोगों की रही। जैसलमेर आने वाले विदेशी सैलानियों की अधिकांश आवक यूरोप के फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड, स्पेन, बेल्जियम, इटली, स्विट्जरलैंड, हॉलैंड आदि देशों से हुआ करती है। फुटबॉल दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है। इसके रूस में हुए सबसे बड़े चार ***** आयोजन में शरीक होने के बाद जैसलमेर तक पहुंचने वाले बजट क्लास विदेशी सैलानियों की संख्या में निश्चित रूप से कमी महसूस की जाएगी। ऐसा पूर्व में भी हो चुका है।
सैलानियों का बरसात कनेक्शन
मानसून का सीधा जुड़ाव किसानों से ही नहीं पर्यटन क्षेत्र से भी है। वर्तमान में पर्यटन से जुड़े लोग बादलों की ओर निहारते हुए बारिश की बाट जोह रहे हैं।पिछले दिनों मानसून की पहली दो बारिश के बाद अच्छी तादाद में राजस्थान के विभिन्न जिलों के साथ आसपास के राज्यों से देशी पर्यटक यहां पहुंच गए थे। जैसे ही बारिश का दौर थमा और तेज गर्मी का वातावरण बना, सैलानियों के उठते कदम ठिठक गए। पर्यटन से जुड़े लोगों का कहना है कि, सैलानी इस मौसम में 35 डिग्री के आसपास वाले क्षेत्रों में ही जाना पसंद करते हैं।
मानसून का सीधा जुड़ाव किसानों से ही नहीं पर्यटन क्षेत्र से भी है। वर्तमान में पर्यटन से जुड़े लोग बादलों की ओर निहारते हुए बारिश की बाट जोह रहे हैं।पिछले दिनों मानसून की पहली दो बारिश के बाद अच्छी तादाद में राजस्थान के विभिन्न जिलों के साथ आसपास के राज्यों से देशी पर्यटक यहां पहुंच गए थे। जैसे ही बारिश का दौर थमा और तेज गर्मी का वातावरण बना, सैलानियों के उठते कदम ठिठक गए। पर्यटन से जुड़े लोगों का कहना है कि, सैलानी इस मौसम में 35 डिग्री के आसपास वाले क्षेत्रों में ही जाना पसंद करते हैं।
फैक्ट फाइल -
-08 लाख सैलानी पिछले साल घूमने आए थे जैसलमेर
-08 माह माना जाता जैसलमेर का पर्यटन सीजन
-01 लाख विदेशी सैलानी आते हैं औसतन प्रतिवर्ष हाई प्रोफाइल सैलानी आएंगे
फुटबॉल विश्व कप के कारण विदेशों से बजट श्रेणी के सैलानियों की संख्या में निश्चित रूप से कमी आएगी।लेकिन हाई प्रोफाइल सैलानियों की आवक पर इसका असर नहीं पड़ेगा। देशी सैलानी जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय का सहारा बनेंगे।
-पृथ्वीपाल सिंह रावलोत, पर्यटन विशेषज्ञ
-08 लाख सैलानी पिछले साल घूमने आए थे जैसलमेर
-08 माह माना जाता जैसलमेर का पर्यटन सीजन
-01 लाख विदेशी सैलानी आते हैं औसतन प्रतिवर्ष हाई प्रोफाइल सैलानी आएंगे
फुटबॉल विश्व कप के कारण विदेशों से बजट श्रेणी के सैलानियों की संख्या में निश्चित रूप से कमी आएगी।लेकिन हाई प्रोफाइल सैलानियों की आवक पर इसका असर नहीं पड़ेगा। देशी सैलानी जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय का सहारा बनेंगे।
-पृथ्वीपाल सिंह रावलोत, पर्यटन विशेषज्ञ
तैयारियां तो शुरू की है
स्वर्णनगरी का पर्यटन सीजन हालांकि अभी तक विधिवत रूप से शुरू नहीं हुआ है। फिर भी क्षेत्र से संबद्ध व्यवसायियों ने तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। आने वाले एक महीने तक यह दौर चलेगा। पिछले साल की भांति इस बार भी अच्छे पर्यटन सीजन की उम्मीद है।
-पुष्पेंद्र व्यास, रिसोर्ट व्यवसायी
स्वर्णनगरी का पर्यटन सीजन हालांकि अभी तक विधिवत रूप से शुरू नहीं हुआ है। फिर भी क्षेत्र से संबद्ध व्यवसायियों ने तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। आने वाले एक महीने तक यह दौर चलेगा। पिछले साल की भांति इस बार भी अच्छे पर्यटन सीजन की उम्मीद है।
-पुष्पेंद्र व्यास, रिसोर्ट व्यवसायी