बालिकाओं को दिलाएं उच्च शिक्षा
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नागल ने शिक्षा पर जोर देते हुए लडक़ों के साथ लड़कियों को भी उच्च शिक्षा दिलाने, जब तक बालक बालिकाएं बालिग व समझदार होकर अपने पांवों पर खड़े नहीं हो जाए, तब तक अभिभावकों को उनकी शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों पर ध्यान रखने एवं उन्हें एक योग्य नागरिक बनाने की बात कही। अखिल भारतीय युवा प्रकोष्ठ के संयोजक मनोहर सुथार ने आपसी मनमुटाव भुलाकर समाज के लोगों को एक दूसरे की मदद करने, सामाजिक एकता व विकास के लिए काम करने आग्रह किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नागल ने शिक्षा पर जोर देते हुए लडक़ों के साथ लड़कियों को भी उच्च शिक्षा दिलाने, जब तक बालक बालिकाएं बालिग व समझदार होकर अपने पांवों पर खड़े नहीं हो जाए, तब तक अभिभावकों को उनकी शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों पर ध्यान रखने एवं उन्हें एक योग्य नागरिक बनाने की बात कही। अखिल भारतीय युवा प्रकोष्ठ के संयोजक मनोहर सुथार ने आपसी मनमुटाव भुलाकर समाज के लोगों को एक दूसरे की मदद करने, सामाजिक एकता व विकास के लिए काम करने आग्रह किया।
इन्होंने भी रखे विचार
पंचायत समिति सांकड़ा के विकास अधिकारी नारायण सुथार ने विभिन्न उपजातियों व धड़ों में बंटे समाज को संगठित करने की आवश्यकता बताई। ब्राह्मण जांगिड़ महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक सिरेमल कुलरिया ने नशामुक्त समाज की आवश्यकता बताई। प्रो. हुकमाराम ने समाज को राजनीतिक रूप से मजबूत व संगठित करने, डॉ.ओमप्रकाश ने जगह-जगह समाज के जिला, संभाग व प्रदेश स्तरीय सम्मेलन आयोजित कर समाज को संगठित करने व उन सम्मेलनों में अपने बालक बालिकाओं व महिलाओं को भी लाने की बात कही, ताकि उन्हें समाज की रीति, नीति व संस्कृति की जानकारी दी जा सके। सम्मेलन में प्रधानाचार्य राणाराम कुलरिया, मदन जांगिड़, हरीशचंद्र बाड़मेर, भोमराज कुलरिया, शिक्षाविद् मगाराम बोड़ाना, चंपालाल भींयाड़ सहित वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व स्थानीय समाज के सचिव कस्तूराराम सुथार ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन मीठालाल जांगिड़ भीनमाल, तिलोकाराम बाड़मेर व मदनगोपाल ने किया। अध्यक्षता करते हुए अमराराम कुलरिया ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
पंचायत समिति सांकड़ा के विकास अधिकारी नारायण सुथार ने विभिन्न उपजातियों व धड़ों में बंटे समाज को संगठित करने की आवश्यकता बताई। ब्राह्मण जांगिड़ महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक सिरेमल कुलरिया ने नशामुक्त समाज की आवश्यकता बताई। प्रो. हुकमाराम ने समाज को राजनीतिक रूप से मजबूत व संगठित करने, डॉ.ओमप्रकाश ने जगह-जगह समाज के जिला, संभाग व प्रदेश स्तरीय सम्मेलन आयोजित कर समाज को संगठित करने व उन सम्मेलनों में अपने बालक बालिकाओं व महिलाओं को भी लाने की बात कही, ताकि उन्हें समाज की रीति, नीति व संस्कृति की जानकारी दी जा सके। सम्मेलन में प्रधानाचार्य राणाराम कुलरिया, मदन जांगिड़, हरीशचंद्र बाड़मेर, भोमराज कुलरिया, शिक्षाविद् मगाराम बोड़ाना, चंपालाल भींयाड़ सहित वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व स्थानीय समाज के सचिव कस्तूराराम सुथार ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन मीठालाल जांगिड़ भीनमाल, तिलोकाराम बाड़मेर व मदनगोपाल ने किया। अध्यक्षता करते हुए अमराराम कुलरिया ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।