
सीमापार से आए मोहम्मद इकबाल को स्वीकारने को तैयार नहीं पाकिस्तान, जैसलमेर पुलिस पशोपेश में
जैसलमेर. सीमापार से आया मोहम्मद इकबाल जैसलमेर पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन गया है। सीमा सुरक्षा बल के साथ पाकिस्तान रेंजर्स ने फ्लेग मीटिंग के दौरान उसे अपना मानने से इनकार कर दिया। जिसके बाद सीसुब ने उसे पुन: पुलिस के हवाले कर दिया। अब पुलिस के सामने यह उलझन पैदा हो गई है कि वह इस पाकिस्तानी नागरिक का क्या करे? ऐसे में जैसलमेर पुलिस ने राज्य के गृह विभाग सहित आला अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है। सरकार से प्रत्युत्तर मिलने तक मोहम्मद इकबाल जिला पुलिस की निगरानी में रह रहा है।
139वीं वाहिनी के हत्थे चढ़ा था इकबाल
गौरतलब है कि गत 8 अक्टूबर को सीमा सुरक्षा बल की 139वीं वाहिनी के जवानों ने जिले के तनोट सीमावर्ती क्षेत्र में सीमा पार कर आए घुसपैठिए को पकड़ा था। बल ने उसे पकडकऱ रामगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया है, जहां एजेंसियों से उसकी संयुक्त पूछताछ करवाई गई। पाकिस्तान से आए इस घुसपैठिए को तनोट सरहद के समीप पिलर नंबर 616 और 617 के बीच पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना नाम मोहम्मद इकबाल बताया और वह पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला है। संयुक्त पूछताछ में मोहम्मद इकबाल के पास किसी तरह की आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिलने के बाद उसे वापस पाकिस्तान भेजे जाने पर सहमति बनी। जिस पर सीसुब ने पाकिस्तान रेंजर्स के साथ बैठक की। जानकारी के अनुसार घुसपैठिए के पास पाकिस्तान का पहचान पत्र नहीं हेाने के कारण रेंजर्स ने उसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। जिसके चलते बात नहीं बनी और सीसुब ने इस पाकिस्तानी नागरिक को पुन: जैसलमेर पुलिस के हवाले कर दिया। अब जैसलमेर पुलिस के लिए यह उलझन खड़ी हो गई है कि वह मोहम्मद इकबाल का क्या करे। ऐसे में जिला पुलिस ने गृह मंत्रालय तथा पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक को पत्र भेज कर मामले में मार्गदर्शन चाहा है।
अलवर में है डिटेंशन सेंटर
इस संबंध में जानकारी मिली है कि जिन विदेशी नागरिकों को उनका देश स्वीकार करने से इनकार कर दे, उनके लिए अलवर में डिटेंशन सेंटर स्थापित है। ऐसे लोगों को वहां रखा जाता है। अब देखना यही है कि, गृह मंत्रालय और पुलिस के उच्चाधिकारी इकबाल के मामले में जैसलमेर पुलिस को किस तरह की अग्रिम कार्रवाई के लिए निर्देशित करते हैं।
मार्गदर्शन चाहा है
पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद इकबाल इस समय जिला पुलिस की निगरानी में है। भविष्य में उसके संबंध में क्या कार्रवाई करनी है, इसके लिए सरकार व उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है।
- जगदीशचंद्र शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर
Published on:
18 Oct 2018 11:17 am
बड़ी खबरें
View Allजैसलमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
