11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शनिवार को सुबह कस्बे के ऐतिहासिक सालमसागर तालाब पर योगाभ्यास किया गया। आरोग्य के देवता धन्वंतरि की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर योग दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य थीम पर आधारित कार्यक्रम में योगाचार्य महेन्द्रगिरी ने आसन, प्राणायाम व ध्यान का अभ्यास करवाया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शनिवार को आयोजित एक दिवसीय योग शिविर में सुबह सात बजे से आठ बजे तक विभिन्न योगासनों, प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया। अष्टांग योग की जानकारी देने के साथ योगाभ्यास में रखी जाने वाली सावधानियों, विभिन्न आसनों के शरीर के अंगों पर प्रभाव, प्राणायाम से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गई। योग शिविर में सुक्ष्म व्यायाम, ताड़ासन, शशकासन, पद्मासन, भूजंगासन, त्रिकोणासन, प्राणायाम में कपालभाती, उद्गीत, उज्जैय, भ्रामरी का अभ्यास करवाया गया। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय निवासी तीन नन्हे बच्चों ने भी योग की विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन किया। मुख्य ब्लॉक शिक्षाधिकारी हेमशंकर जोशी ने जीवन में योग के महत्व के बारे में बताया। आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ.राजेन्द्रकुमार, महिला एवं बाल विकास अधिकारी करणसिंह हमीरा, नायब तहसीलदार माधोसिंह रतू, नगरपालिका अधिशासी अधिकारी झब्बरसिंह चौहान, सहायक राजस्व निरीक्षक रामस्वरूप गुचिया, आयुर्वेद विभाग के अभिषेक दवे सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उच्च न्यायालय एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार कस्बे के न्यायालय परिसर में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश व ताल्लुका विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष दीपककुमार सोनी के निर्देशन में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योगगुरु हरिवंश व्यास ने उपस्थित न्यायाधीश सोनी सहित अधिकारियों व कार्मिकों को योगाभ्यास करवाया।
पीएमश्री केन्द्रीय विद्यालय सीमा सुरक्षा बल में योगाभ्यास किया गया। योगगुरु भरत टाक के निर्देशन में शिक्षकों व विद्यार्थियों ने योग किया। प्राचार्य विष्णुदत्त टेलर ने कहा कि योग जीवन जीने की कला है।
Updated on:
21 Jun 2025 08:38 pm
Published on:
21 Jun 2025 08:24 pm