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पशु अस्पताल की क्षतिग्रस्त चार दीवारी की मरम्मत नहीं, बढ़ रहा खतरा

रामदेवरा क्षेत्र के राजकीय पशु चिकित्सालय की चारदीवारी पिछले लगभग एक दशक से क्षतिग्रस्त अवस्था में है, लेकिन मरम्मत की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया।

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रामदेवरा क्षेत्र के राजकीय पशु चिकित्सालय की चारदीवारी पिछले लगभग एक दशक से क्षतिग्रस्त अवस्था में है, लेकिन मरम्मत की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया। अस्पताल के मुख्य परिसर की यह दीवार कई हिस्सों में टूट चुकी है, जिससे सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर खतरा पैदा हो गया है। पशु चिकित्सालय का पुराना भवन भी लंबे समय से जर्जर हालत में है। बरसात के दिनों में भवन की दरारों से पानी भीतर तक बहता है। नए अस्पताल भवन के पास स्थित विशाल हॉल की मरम्मत भी वर्षों से लंबित रही, जिसके चलते गत वर्ष भारी बरसात में यह हॉल धराशायी हो गया। इसका मलबा अब तक अस्पताल परिसर में ही पड़ा है, जिससे परिसर अस्वच्छ स्थिति में बना रहता है।

अस्पताल की नाली के पास बनी चारदीवारी भी गहरे क्षरण की स्थिति में है। दीवार के कई हिस्से झुक चुके हैं और किसी भी समय गिरने का खतरा बना हुआ है। स्टाफ कई बार विभागीय स्तर पर शिकायतें भेज चुका है, लेकिन समाधान आज तक नहीं मिला। अस्पताल परिसर के बाहर जाम रहने वाली नाली से गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सीधे परिसर में भर जाता है, जिससे चारों तरफ दुर्गन्ध फैलती है और वातावरण अस्वच्छ बना रहता है। यह भवन क्षेत्र का पहला और एकमात्र सरकारी पशु अस्पताल है, लेकिन लगातार हो रही अनदेखी से इसकी स्थिति दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार यदि समय रहते चारदीवारी, जर्जर भवन और परिसर की नालियों की मरम्मत नहीं की गई तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।