
जैसलमेर शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों पिछले लम्बे अर्से से बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर चल रही समस्या से तंग आकर शुक्रवार को महिलाएं सडक़ पर उतरी और विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल के नेतृत्व में महिलाओं ने कांग्रेस कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर हाथों में खाली मटकियां और अपनी मांगों को लेकर तख्तियों को थाम कर विरोध जताया और नारेबाजी की। बाद में अंजना मेघवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर पूर्व प्रमुख ने बताया कि बिजली और पानी के अभाव की गंभीर समस्याओं का सामना अधिकतर महिलाओं को करना पड़ रहा है। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थितियां बद से बदतर होती जा रही हैं। पानी-बिजली जैसी अहम सुविधाओं की समयबद्ध आपूर्ति करने के अलावा उन्होंने महानरेगा के तहत मजदूरी उपलब्ध करवाने, नहरी क्षेत्र में ङ्क्षसचाई के लिए पानी मुहैया करवाने की मांग की। उन्होंने बताया कि शहर व गांवों में पेयजल व्यवस्था पूर्णतया चरमराई हुई है। शहर में पानी 5 दिन से 15 दिन की अवधि में एक बार दिया जा रहा है। विद्युत विभाग में पिछले 2 से 3 वर्षों में जो कृषि कनेक्शन के लिए डिमाण्ड नोट जमा हो चुके हैं उनके कनेक्शन जारी नहीं हो रहे हैं। अनूसुचित जाति के आवेदकों के जिनके डिमाण्ड नोट जमा हुए एक वर्ष से अधिक समय हो गया है, उन्हें भी कनेक्शन जारी नहीं जा रहे हैं। मेघवाल ने बताया कि पिछले वर्षों में नरेगा के तहत 80-90 हजार से अधिक मजदूरों को वर्ष भर काम मिलता था, उनकी संख्या अब बहुत कम हो गई है। उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में नहरी किसानों को 6 से 9 बारी पानी मिलने से उन्हें एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की कृषि उपज मिलती थी, जबकि पिछले रबी सीजन में 3 से 4 बारी पानी मिला। इससे उनकी उपज 250 करोड़ तक की ही हुई। शुक्रवार के प्रदर्शन में पंचायत समिति सदस्य दुर्गा देवी, परमेश्वरी पंवार, सचिव जिला कांगेस कमेटी नीरू भाटी और गायत्री भाटिया, कंचन बारासा, संगीता व्यास, सावित्री चूरा, माया, भगवती, रेखा जोशी, अमिया मेघवाल एवं अन्य महिलाएं शामिल रही।
Published on:
29 Aug 2025 08:55 pm
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