गुजरात से बड़े पैमाने पर नकली घी व तेल पहुंचता है बडग़ांव
जालोरPublished: May 07, 2019 11:42:13 am
सावों की सीजन को देखते हुए मिलावट खोर लोगों को थमा रहे है नकली घी व मिलावटी तेल
सावों की सीजन को देखते हुए मिलावट खोर लोगों को थमा रहे है नकली घी व मिलावटी तेल
बडग़ांव. सावों की सीजन के चलते कस्बे समेत क्षेत्रभर में पड़ौसी राज्य गुजरात से नकली घी व सरसों का मिलावटी तेल के कारोबारी सक्रिय हैं। सावों की सीजन में घी, तेल व अन्य खाद्य सामग्री की खपत अधिक रहती हैं। ऐसे में इन दिनों नकली घी के कारोबारियों की बल्ले-बल्ले हैं। नकली खाद्य सामग्री का कारोबार करने वालों को लोगों की सेहत से कोई मतलब नहीं हैं। कस्बे समेत क्षेत्र के बड़े कारोबारी पड़ौसी राज्य गुजरात से नकली घी, मिलावटी सरसों का तेल समेत अन्य खाद्य सामग्री कम भाव में खरीदकर लाते हैं। सावों की सीजन में मांग अधिक होने के कारण लोगों से मनमानी से पैसे लूट रहे हैं। बडग़ांव कस्बा गुजरात राज्य की अंतिम पर सीमा होने से सबसे अधिक मिलावटी सामग्री यहां पहुंचती हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी साल में कभी कभार कार्रवाई के लिए जरूर पहुंचते हैं, लेकिन विभाग अधिकारियों के मिलीभगत के कारण मिलावट खोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती हैं। जिससे उनके हौसले बुलंद हैं।
हल्दी व लाल मिर्ची में भी मिलावटी का संदेह
कस्बे में सबसे ज्यादा खाद्य सामग्री गुजरात राज्य से आती हैं, जिस में घी, सरसों के तेल के साथ-साथ हल्दी व लाल मिर्ची पाउडर में भी मिलावट का संदेह हैं। सावों की सीजन में लोगों थोक में लाल मिर्ची व हल्दी ले जाते हैं। मिलावट खोर कम भावों में मिलावटी सामग्री खरीद कर बाजार में खुले आम बेच चांदी कूट रहे हैं।
बाजार में मिलावटी दूध की बिक्री
बाजार में सवेरे-सवेरे बिकने वाला दूध भी मिलावटी हैं। दूध कारोबारी सिंथेटिक दूध बनाकर बेच रहे हैं। सिंथेटिक दूध बनाने के लिए सबसे पहले उसमें यूरिया डालकर उसे हल्की आंच पर उबाला जाता हैं। इसके बाद इसमें कपड़े धोने वाला डिटजेंट, सोडा स्टार्च, फॉमोर्लिन और वाशिंग पाउडर मिलाया जाता हैं। इसके बाद इसमें थोड़ा असली दूध भी मिलाया मिलाकर बाजार में बेच रहे हैं।
होगी सख्त कार्रवाई
नकली घी-तेल का कारोबार हो रहा हैं तो कार्रवाई की जाएगी। दुकानों पर घी व तेल के सैम्पल भरे जाएंगे।
– गजेन्द्र सिंघल, निरीक्षक, स्वास्थ्य विभाग जालोर.३