
जीवाणा. उपतहसील के ग्राम पंचायत सिराणा व सांगाणा को सरकार की ओर से भले ही स्मार्ट विलेज बनाने की घोषणा की हो, लेकिन हकीकत कुछ ओर ही है। स्मार्ट विलेज में तो पटवार भवन तक जर्जर है। ऐसे में पटवारी के साथ ही आस-पास के रहवासीय लोगों को भी जर्जर भवन के गिरने का डर सता रहा है। जबकि जिम्मेदार विभाग की ओर से जर्जर पटवार भवन को ठीक नहीं किया जा रहा हैं।स्मार्ट विलेज के पटवार भवन जर्जर होकर जीर्ण शीर्ण हो गए हैं। रहवासी इलाके में होने के कारण धराशायी होकर कभी भी हादसे को न्योता दे सकते है। जर्जर भवन के धाराशायी होने के डर से पटवारी रेवेन्यू संबंधी कार्य संपादित करने के लिए पटवार भवन में नहीं बैठकर मजबूरन भवन के बाहर कई पर भी बैठकर कार्य करते हैं। ऐसे में पटवार भवन में आने वाले ग्रामीणों को भी पटवारी मौके पर नहीं मिलने से परेशान होना पड़ रहा हैं। इतना ही नहीं पटवार क्षेत्र की राजस्व की महत्वपूर्ण फाइले रखने के लिए भी सुरक्षित स्थान नहीं है। ऐसे में रेकर्ड का डर भी सताता रहता है।
30 से 40 वर्ष पुराने है भवन
गांवों में बने पटवार भवन को 30 से 40 वर्ष हो गए हैं। जिससे दरवाजा, छत,आंगन व दीवारों में दरारे आ गई है। ऐसे में धाराशायी भवन कभी भी हादसे को न्योता दें सकते है।
बबूल से ढके भवन
पटवार भवन के चारों तरफ बबूल की झाडिय़ां हैै। जर्जर भवन के निर्माण को लेकर प्रस्ताव भी कई बार भेजा लेकिन राजस्व विभाग की उदासीनता के कारण समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
करवाया अवगत
पटवार भवन बनाने को लेकर ग्रामीणों ने कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत भी करवाया। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। ऐसे में पटवारी भी स्थाई जगह पर नहीं मिल पाते है।
इनका कहना है...
&पटवार भवन निर्माण के बजट के लिए प्रस्ताव लिए जाएंगे। सिराणा में पुराना पटवार भवन बना हुआ हैं। मुझे तो जानकारी ही नहीं है।
-रमेश कुमार माली, उप तहसीलदार जीवाणा
पटवार भवन जीर्ण शीर्ण हैं। ऐसे में भवन के अंदर जाने में भी डर लगता है। राजस्व की फाइलों को रखने के लिए भी सुरक्षित स्थान नहीं है।
-हरदाना राम पटवारी, पटवार सर्कल सांगाणा
Published on:
03 Dec 2017 05:17 pm
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