scriptमुख्य चौराहे ही बता रहे कितना मॉडल है हमारा शहर! | Road break without rain at Haridev Joshi Circle Jalore | Patrika News

मुख्य चौराहे ही बता रहे कितना मॉडल है हमारा शहर!

locationजालोरPublished: Aug 08, 2018 10:52:09 am

हर साल टेंडर कर बहा रहे लाखों रुपए, ना सड़क सुधरी ना सीवरेज, शहर के हरिदेव जोशी सर्किल पर बिन बारिश के ही बार-बार टूट रही सड़क

Road breaks

Road break without rain at Haridev Joshi Circle Jalore

जालोर. राज्य भर में स्वच्छता के नाम पर एक ओर जहां अधिकारियों को जालोर की रेंकिंग तक पता नहीं है। वहीं दूसरी ओर शहर के बीचो बीच स्थित मुख्य सर्किल की स्थिति यह साफ बता रही है कि हमारा शहर कितना मॉडल है। राहगीर ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों व जिलों से आने वाले लोग यहां का नजारा देखकर जालोर की उपेक्षा करता नजर आ रहा है। हम बात कर रहे हैं शहर के हरिदेव जोशी सर्किल की। यह सर्किल शहर के बीचो बीच और शहर की सभी सड़कों को जोडऩे वाला है, लेकिन यह चौराहा पिछले कई साल से उपेक्षा का शिकार है। सर्किल के सौंदर्यकरण के लिए दानदाताओं के सहयोग से यहां फव्वारा और समय चक्र जरूर लगा रखा है, लेकिन इसके आस पास हर दूसरे-तीसरे दिन सीवरेज चेंबर के ढक्कनों से गंदगी उफनती रहती है। जिसके कारण शहरवासियों और आम राहगीरों का चलना भी दूभर हो जाता है। इसके बावजूद इस गम्भीर समस्या पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिला अधिकारी भी इस समस्या को नजरंदाज कर रहे हैं। ऐसे में स्वच्छ भारत का सपना जालोर में साकार होता नजर नहीं आ रहा है।
बिन बारिश में ही टूट रही सड़क
शहर के हरिदेव जोशी सर्किल पर हर साल बारिश की सीजन में जरा सा पानी बहते ही सड़कें टूट जाती हैं। इसकी मुख्य वजह यह है कि बारिश के मौसम में शहर के भीतरी भागों का पानी भी यहां से गुजरता है। ऐसे में पानी के तेज बहाव के कारण हर बार यहां की सड़क जवाब दे जाती हैं, लेकिन इस बार मानसून भी सक्रिय नहीं है और ना ही शहर में ऐसी बारिश हुई है। इसके बावजूद चौराहे के चारों ओर गहरे गड्ढे पड़ गए हैं और इस बार ये गड्ढे सीवरेज चेंबर से निकलने वाले गंदे पानी के कारण पड़े हैं।
लाखों रुपए किए खर्च
ऐसी बात नहीं है कि शहर के हरिदेव जोशी सर्किल की दशा सुधारने के प्रयास नहीं किए गए। नगरपरिषद की ओर से इस सर्किल की दशा सुधारने के लिए बीते दस साल में डेढ़ दर्जन से अधिक बार टेंडर कर मरम्मत भी करवाई, लेकिन किसी भी ठेकेदार ने मजबूती से काम ही नहीं किया। जिसके कारण ये सड़क बार-बार जरा सी बारिश में टूटकर बिखर जाती है।
आस पास मिलती है खाने-पीने की चीजें
शहर के बीचो बीच होने के कारण इस सर्किल से लोगों का आवागमन भी अधिक रहता है। इस सर्किल के आस पास रेडीमेड, किराणा, इलेक्ट्रोनिक्स, फल-फ्रूट व सब्जियों की दुकनों के अलावा खाने-पीने की चीजें भी मिलती है। ऐसे में सीवरेज चेंबर से लीकेज होने गंदे पानी के कारण संक्रमण का भी खतरा बना रहता है। इसके बावजूद इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया जा रहा है।
गंदगी में खड़ी रहती है अन्नपूर्णा वेन
राज्य सरकार की ओर से कुछ माह पूर्व ही शुरू की गई अन्नपूर्णा रसोई के तहत वेन भी इसी सर्किल के पास खड़ी रहती है। जहां लोगों को सस्ती दरों पर नाश्ता और भोजन तो दिया जा रहा है, लेकिन इस वेन को भी अक्सर इस गंदगी में खड़ी करनी पड़ती है। इस बारे में वेन संचालकों ने नगरपरिषद अधिकारियों को अन्य जगह चिह्नित करने के बारे में भी बताया, लेकिन सुनवाई नहीं होने से वेन आज भी यहीं खड़ी रहती है। इस तरह लोगों को सस्ता भोजन और नाश्ते के साथ संक्रमण और बदबू भी झेलनी पड़ रही है।
फूटा जनता का गुस्सा, किया प्रदर्शन
इधर, हरिदेव जोशी सर्किल पर लम्बे समय से ओवरफ्लो हो रहे सीवरेज के गंदे पानी और टूटी सड़कों से नाराज शहरवासियों ने मंगलवार सुबह करीब दस बजे धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इस दौरान नगरपरिषद नेता प्रतिपक्ष मिश्रीमल गहलोत, मर्चेंट एसोसिएशन अध्यक्ष जालमसिंह व टैक्सी यूनियन अध्यक्ष अम्बालाल माली समेत व्यापारियों व शहरवासियों ने प्रदर्शन किया। सूचना पर एसडीएम राजेंद्रसिंह मौके पर पहुंचे और बुधवार सवेरे समस्या समाधान का भरोसा दिलाया। जिसके बाद धरना समाप्त किया गया। शहरवासियों और व्यवसायियों का कहना था कि इस समस्या के बारे में कई बार नगरपरिषद व प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में बुधवार को भी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उनकी ओर से उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
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