
Rajasthan News: जालोर जिले के जालोर सर्कल में पिछले कई दिनों से हो रही चोरियों का पुलिस ने पर्दाफाश कर गमेती गैंग के छह चोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक ज्ञानचन्द्र यादव के निर्देशन में एएसपी रामेश्वरलाल व सीओ गौतम जैन के पर्यवेक्षण में बिशनगढ़ पुलिस थाना की टीम एवं जिला डीएसटी टीम ने सूने मकानों, मन्दिरों व अन्य स्थानों पर हुईं चोरियों की वारदातों का पर्दाफाश कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह सभी चोर गमेती गैंग से जुड़े है। इनका सरगना पिण्डवाड़ा थाने का हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर अपराधी भारमाराम गमेती है, जिसके विरूद्ध 12 अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
डीएसटी टीम प्रभारी बलदेवाराम एवं साइबर एक्सपर्ट त्रिलोकसिंह मय जाब्ता के साथ संदिग्धों की तलाश के लिए जिला पाली के नाणा, सिरोही के पिण्डवाड़ा, रेवदर एवं उदयपुर साइड में कैप करवाया जाकर संदिग्धों की पहचान शुरू करवाई गई। सर्वप्रथम संदिग्ध मुलजिम भारमाराम पुत्र सोपाराम जाति गमेती निवासी भोगिया फली मोरस थाना पिण्डवाडा जिला सिरोही को 10 किमी पैदल पीछा कर पकड़ा, जो पिण्डवाड़ा थाने का हिस्ट्रीशीट एवं हार्डकोर अपराधी होना पाया गया। उसने सहयोगियों के नाम पता बताए, जिन्हें उक्त टीम द्वारा कड़ी मेहनत से पहाड़ियों से घिरे हुए स्थानों से गिरतार किया।
पुलिस ने चोरी की वारदातों को लेकर गमेती गैंग के सरगना भारमाराम पुत्र सोपाराम जाति गमेती, निवासी भोगिया फली मोरस, पुलिस थाना पिण्डवाडा, राजु उर्फ दादिया पुत्र अजाराम उर्फ अर्जुन जाति गमेती निवासी मालेरा थाना पिण्डवाडा जिला सिरोही, रामाराम पुत्र सिंगाराम गरासिया निवासी कालाबोर उपरला भीमाणा थाना नाणा जिला पाली, शभु पुत्र जगाराम जाति गमेती निवासी खिला पीएस बेकरिया जिला उदयपुर, साहिबाराम पुत्र मोहन जाति गमेती निवासी भोगिया फली मोरस थाना पिण्डवाडा जिला सिरोही व शेराराम पुत्र रणछाराम जाति गमेती निवासी क्यारी थाना बेकरिया जिला उदयपुर को गिरफ्तार किया। वहीं चोरी का माल खरीदने वाले हितेश सोनी पुत्र पुखराज जाति सोनी निवासी घांचीवाडा पिण्डवाडा थाना पिण्डवाडा जिला सिरोही को भी गिरफ्तार किया गया।
गमेती गैंग के गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि सभी अपने अपने गांवों से शाम के समय पिण्डवाडा में एक जगह पर एकत्रित होकर चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए पहले प्लान बनाते थे। शाम के समय मोटरसाइकिल पर सवार होकर जालोर जिले के गांवों के आस पास आकर जंगल में आठ से नौ बजे के करीब छिप जाते व शराब पार्टी करते। उसके बाद रात्रि के समय गांवों के अंदर पैदल जाकर सूने मकानों व मंदिरो के ताले तोड़कर नगदी व सोने चांदी के आभूषणों को चुराकर ले जाकर फिर से जंगल में आकर सो जातेे। सुबह करीब छह से सात बजे के बीच मोटरसाइकिलों से पिण्डवाडा जाकर चुराए गए आभूषणों को सस्ते भाव में वहां सुनार को बेच देते थे। उससे प्राप्त हुए रुपए को अपनी शौक मौज व शराब पार्टी में खर्च करते थे। सभी आरोपी वारदातों को अंजाम देते समय अपने अपने मोबाइल साथ नहीं रखते थे।
पुलिस टीम में बिशनगढ़ थानाधिकारी पन्नाराम, डीएसटी प्रभारी बलदेवराम, एएसआई रघुनाथराम, हैड कांस्टेबल विशनसिंह, कांस्टेबल जितेन्द्रकुमार, सुरेशदान, रणवीरसिंह, थानाराम, गुमनाराम, परबतसिंह, निबाराम व डीएसटी टीम के कांस्टेबल ओमकारसिंह, अजयपालसिंह, रमेश, वीरेन्द्रप्रतापसिंह शामिल रहे। विशेष भूमिका साइबर सैल के कांस्टेबल त्रिलोक सिंह, बिशनगढ़ थाने के नैनाराम व वीरमाराम की रही।
Published on:
04 Aug 2024 02:00 pm
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