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Jalore: जालोर में बाढ़ जैसे हालात, जिम्मेदार सोते रहे, 2 किमी दायरे में मोहल्ले 5 फीट तक डूबे

सुंदेलाव तालाब का ओवरफ्लो पानी वेग से आईटीआई के पास के क्षेत्र तक पहुंच रहा है। मुख्य मार्ग पर भी पानी बह रहा है और किनारों पर दलदल बन चुका है।

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flood in jalore

मकानों के सामने जमा 5 फीट तक पानी। फोटो- पत्रिका

राजस्थान के जालोर के सुंदेलाव तालाब के ओवरफ्लो से निकल रहे पानी से पिछले दो दिन में और ज्यादा आफत बढ़ी है। पानी का स्तर बढ़ा और 200 से अधिक मकान अब पानी से घिरे हुए हैं। जवाई बांध के गेट खुलने के बाद नहर के रास्ते आबादी क्षेत्र में पहुंचा पानी अब विकराल रूप ले चुका है।

मोहल्लेवासी जिम्मेदारों को कोस रहे हैं, उनका कहना है कि समय रहते समस्या का समाधान करते तो ऐसे हालात नहीं होते। हालात इस कदर विकट है कि अब तो कोई जिम्मेदार भी यहां तक पहुंचने से कतरा रहा है। सुंदेलाव तालाब का ओवरफ्लो पानी वेग से आईटीआई के पास के क्षेत्र तक पहुंच रहा है। मुख्य मार्ग पर भी पानी बह रहा है और किनारों पर दलदल बन चुका है।

120 फ्लैट में से 100 से अधिक खाली हुए

लगातार पानी की आवक और जलस्तर में बढ़ोतरी से ओवरफ्लो एरिया के सामने रह रहे लोग परेशान है। जवाई बांध के गेट खोलने के बाद इस पूरे एरिया में 3 से 5 फीट तक पानी भरा हुआ है। पानी के भराव ही नहीं बहाव को देखकर लोग इस कदर भयभीत हुए कि जान बचाने को सुरक्षित स्थानों की तरफ रुख किया। एक सोसायटी पानी से पूरी तरह से घिरी हुई है। यहां 120 फ्लैट में परिवार रह रहे थे। अब केवल 3 परिवार ही इस सोसायटी में बचे।

घरों में कैद परिवार

बहुत से परिवार ऐसे भी है, जिनके खुद के मकान हैं। उनका कहना है कि सपनों का आशियाना बनाया था। अब पानी का भराव तो है, लेकिन आनन फानन में मकान को छोड़कर कहां जाएं, मुसीबत है तो भी झेलेंगे।

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इन्होंने कहा

मैंने नया मकान बनाया है। लंबे समय से सरकारी आवास में ही रह रहे थे। इस बार नवरात्र में नए मकान में शिफ्ट होने का कार्यक्रम था, लेकिन पानी का भराव बहुत ज्यादा है।
महावीरसिंह, शहरवासी

सोचा था कि सभी सुविधा से युक्त ये फ्लैट हमारे लिए बेहतर हैं। वर्तमान में हमारे सामने विकट हालात है। पानी का भराव बहुत ज्यादा है, कुछ समझ नहीं आ रहा क्या करें?
गोविंद कुमार, मोहल्लेवासी