मेगा हाइवे पर भारी वाहनों की कतार के बीच बेखौफ पार हो रहे शराब तस्कर
जालोरPublished: Sep 07, 2018 10:23:04 am
चूरू से सटे हरियाणा बॉर्डर से राज्य में प्रवेश कर रही खेप
चूरू से सटे हरियाणा बॉर्डर से राज्य में प्रवेश कर रही खेप
जालोर. शराब तस्करों ने इन दिनों सांचौर के लिए चूरू से नागौर-जोधपुर होते हुए बाड़मेर का रास्ता चुन रखा है।
गुजरात को आपूर्ति करने वाली एक बड़ी खेप इसी रास्ते से सांचौर तक पहुंच रही है। जोधपुर-बाड़मेर हाइवे पर अमूमन भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। भारी वाहनों की कतार के बीच शराब भरे वाहन भी बेखौफ पार हो रहे हैं। बिना किसी संदेह के शराब से भरे भारी वाहन आसानी से सांचौर तक दस्तक दे जाते हैं।
बाड़मेर में आबकारी विभाग की हाल ही में हुई एक बड़ी कार्रवाई के बाद यह जानकारी सामने आई है। गिरफ्त में आए आरोपित ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि चूरू के पास से उसे माल भरा ट्रक पकड़ाया गया था, वहां से मेगा हाइवे होते हुए उसे बाड़मेर जिले में पचपदरा, बालोतरा होते हुए रामजी का गोल पहुंचना था। वहां माल की डिलीवरी देनी थी। कुछ घंटों बाद खाली ट्रक मिलने पर वापस लौट जाता। उस जगह से माल कहां जाना था यह जानकारी वह नहीं दे पाया। चाहे जो भी हो पर इस तरह के मामले यही दर्शाते हैं कि बाड़मेर-सांचौर का यह रूट शराब तस्करों के लिए पसंदीदा बना हुआ है तथा सांचौर में माल डम्प करने के बाद सीधे गुजरात को आपूर्ति किया जा रहा है।
पसंदीदा बन रहा है रूट
बताया जा रहा है कि इन दिनों हरियाणा से निकलने वाली शराब की खेप चूरू जिले के सीमावर्ती इलाकों से राजस्थान में प्रवेश कर रही है। वहां से नागौर-जोधपुर-बाड़मेर मेगा हाइवे का रूख करते हैं। आमतौर पर शराब भरे वाहन नागौर, जोधपुर होते हुए बाड़मेर के सिणधरी, पचपदरा, बालोतरा से रामजी का गोल तथा वहां से सांचौर (जालोर) के सिवाड़ा एवं अन्य गांवों तक पहुंच रहे हैं।
इसलिए यहां से गुजर रही शराब
मेगा हाइवे होने से इस रूट पर भारी वाहनों का आवागमन आम बात है। जांच एजेंसियों को बिना किसी संदेह या पुख्ता मुखबिरी के किसी को रुकवाना मुश्किल होता है। इसका फायदा उठाते हुए तस्कर इस रूट से वाहन निकाल रहे हैं। जालोर जिले में प्रवेश के बाद गंवई रास्तों से वाहन कहां गायब हो जाता है किसी को भनक नहीं लगती।
सरनु चिमनजी में ही धरा गया
गत ३१ अगस्त की रात मेगा हाइवे पर शराब भरा ट्रक जाने की सूचना पर बाड़मेर आबकारी अधिकारी देवेंंद्र दशोरा के नेतृत्व में नाकाबंदी की गई। सरनु चिमनजी गांव के पास ट्रक को धर लिया गया। अरुणाचल प्रदेश के लिए निर्मित शराब की खेप बरामद की गई। कीमत ४५ लाख रुपए आंकी गई।
सांचौर जा रही थी खेप…
& अवैध शराब रोकने के पूरे प्रयास कर रहे हैं। हमने ३१ अगस्त की रात सरनु चिमनजी में कार्रवाईकर शराब की बड़ी खेप पकड़ी थी। यह ट्रक चूरू से रवाना होकर बाड़मेर-पचपदरा होते हुए सांचौर जा रहा था।
-देवेंद्र दशोरा,
जिला आबकारी अधिकारी, बाड़मेर