स्टेट डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स रही असफल, आई एयरफोर्स
तावी नदी पर फंसे चारों युवक भगवती नगर पुल के पास मछली पकड़ रहे थे। तवी में अचानक आए उफान ने इन लोगों को सुरक्षित किनारे तक पहुंचने का मौका भी नहीं दिया। बाढ़ में फंसे इन लोगों को बचाने के लिए पहले तो प्रशासन ने स्टेट डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स के जवानों की मदद ली परंतु पानी का बहाव तेज होने के कारण वे उन तक नहीं पहुंच पाए। जिसके बाद एयरफोर्स से संपर्क किया गया गया।
सीढ़ी टूटी, लौटी IAF टीम
एयरफोर्स के जवान एमआई-17 हेलीकाप्टर लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए। वायु सेना के जवान ने सबसे पहले निर्माणाधीन पिलर की ओढ़ में बैठे दो युवाओं को निकालने के लिए सीढ़ी फैंकी। जैसे ही दोनों युवा सीढ़ी पर खड़े हुए और हेलीकाप्टर वहां से निकलने लगा, सीढ़ी टूट गई और दोनों युवा बाढ़ के पानी में बह गए। यह तो गनिमत थी कि दोनों युवा तैरना जानते थे। बड़ी मुश्किल से दोनों युवकों ने किनारे पर पहुंचकर अपनी जान बचाई। अभियान के विफल होने पर युवा सेना का हेलीकाप्टर टेक्निकल एयरपोर्ट पर लौट गए।
दोबारा आए, पानी में उतरकर बचाई जान
करीब पंद्रह मिनट बाद वायु सेना के जवान दोबारा मौके पर पहुंचे। इस बार सेना ने सीढ़ी नहीं बल्कि रस्सी की मदद से अपने जवान को नदी में उतरा जहां दोनों मजदूर फंसे हुए थे। जवान ने दोनों मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट पहनाई और फिर रस्सी से उन्हें बांधकर हेलीकाप्टर से टेक्नीकल एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया। वायु सेना का जवान दोनों मजदूरों के सुरक्षित पहुंचने तक स्वयं वही पर ही खड़ा रहा। दाेनों मजदूरों को सुरक्षित पहुंचाने के बाद वायु सेना का हेलीकाप्टर अपने जवान को लेने के लिए वापस लौटा।
पहले भी IAF ने दिखाया है दमखम
करीब तीन घंटे तक चले इस रेस्क्यू आपरेशन को देखने के लिए चौथे पुल व पुराने तवी पुल पर लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था। यह पहला मौका नहीं है जब तवी नदी में आई बाढ़ में लोग फंसे हों। लगभग बरसात के हर मौसम में तवी में अचानक आई बाढ़ में लोग फंस जाते हैं। स्टेट डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स या फिर वायु सेना की मदद से ही लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाता है।