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CG road: ये तालाब नहीं, स्टेट हाइवे की है सडक़, यहां चलना जरा संभलकर, कदम-कदम पर है खतरा

CG road: केरा रोड की सडक़ पर भरा घुटने भर पानी, 100 से अधिक गांव के लोग पहुंचते हैं जिला मुख्यालय, पुलिस कल्याण पेट्रोल पंप के सामने 500 मीटर की सडक़ पर बेहिसाब गड्ढो में भरा है पानी

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CG road

जांजगीर-चांपा. CG road: यह तस्वीर केरा रोड जांजगीर की है। जहां तकरीबन दो किमी के दायरे में हर 4 कदम पर तालाब की तरह बारिश का पानी सडक़ पर जमा (CG road) है। इस रास्ते को पार कर हर रोज तकरीबन 100 गांव के लोग जिला मुख्यालय पहुंचते हैं। इस 2 किलोमीटर की सडक़ पर राहगीरों को रत्ती भर भी डामर की सडक़ नसीब नहीं हो रहा। विडंबना यह है कि इस सडक़ की मरम्मत के लिए सरकार ने राशि भी स्वीकृत कर दी है, लेकिन कई तरह के पेंच की वजह से सडक़ नहीं बन पा रही है।


जांजगीर के पुलिस कल्याण पेट्रोल पंप के सामने 500 मीटर की सडक़ में 3 से 4 फीट की सडक़ (CG road) में इतना पानी भरा है कि लोगों को तालाब में सडक़ तलाशनी पड़ रही है। इस रूट में नवागढ़ ब्लाक के 100 से अधिक गांव के लोगों को ऐसी ही सडक़ में आवागमन करना पड़ रहा है।

पेट्रोल पंप से जैसे ही आगे बढ़ेंगे आपको फोरलेन नेशनल हाइवे तक की सडक़ ऐसी ही सडक़ें मिलेंगी। जिसमें आपको हर चार कदम की दूरी पर घुटने भर पानी मिल जाएगा।

यह सडक़ (CG road) मार्ग इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस मार्ग में आवागमन करने हजारों की तादात में शासकीय कर्मचारी, किसान वर्ग, व्यावसायी, स्कूल बसें सहित हजारों की तादात में लोग आवागमन करते हैं। इसके चलते यह सडक़ मार्ग अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।

घरों में समा जाता है सडक़ का पानी

दिलचस्प बात यह है कि, इस मार्ग के लोगों की समस्या तब बढ़ जाती है जब सडक़ों में जब भारी वाहन गुजरते हैं तो वाहनों के टायर से पानी फव्वारा के रूप में छिटककर घरों में समा जाता है। इस सडक़ के आसपास रहने वाले लोग बीते छह माह से कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। पहले धूल का गुबार छा जाता था अब बारिश का पानी घरों में घुस रहा है।

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15 अक्टूबर के बाद ही बन पाएगी सडक़

ऐसा नहीं है कि इस सडक़ की मरम्मत के लिए सरकार ने फंड जारी नहीं किया हैं। इस सडक़ के लिए तकरीबन 46 लाख रुपए जारी भी हो चुका है। लेकिन बारिश की वजह से सडक़ निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। अब 15 अक्टूबर के बाद ही इस सडक़ मार्ग का उन्नयन हो पाएगा। ऐसे में हजारों लोगों को ऐसे ही बदहाल सडक़ मार्ग में आवागमन करना पड़ेगा।

लाखों खर्च कर डस्ट पाटा, वह भी बहा

पीडब्ल्यूडी विभाग ने इस सडक़ के गड्ढों को भरने के लिए लाखों खर्च कर प्लांट का काला चूरा को सप्ताह भर पहले पाटा था, लेकिन बारिश के चलते वह काला डस्ट भी बहकर फिर गड्ढों में तब्दील हो गया। यानी विभाग के पैसे पानी में बह गया।

डस्ट से भरे जाएंगे गड्ढे

पीडब्ल्यूडी के एसडीओ दलगंजन साय का कहना है कि केरा रोड की सडक़ में बीते दिनों काडे डस्ट पाटे गए थे। ताकि आवागमन सुगम हो सके। आगे भी गड्ढों को डस्ट से भरा जाएगा। इस सडक़ की मरम्मत के लिए आवश्य राशि स्वीकृत हो चुकी है। 15 अक्टूबर के बाद सडक़ का निर्माण कार्य शुरू होगा।