लाइट के नाम पर लाखों रुपए की बंदरबाट किस कदर की गई उसकी एक बानगी ग्राम पंचायत मलनी में देखने को मिली। पंचायत में लगे बिजली खंभों में 20 लाख रुपए की लागत से करीब 140 लाइट लगाया गया है और लगाए गए लाइट की क्वालटी किस स्तर की थी जो लगने के बाद से ही खराब होने लगी।
Read more : यहां बदल गए दो-दो थाना प्रभारी लेकिन लाखों की चोरी का 9 माह बाद भी नहीं मिला कोई सुराग जब पत्रिका ने मौके पर जाकर इसकी पड़ताल की और प्रमुखता से खबर प्रकाशित करने के बाद हरकत में आए प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्राम पंचायत मलनी में जाकर स्ट्रीट लाइट की जांच की तो गांव वाले ने जो बताया उसे सुनकर अधिकारियों की भी होश उड़ गए। जांच के दौरान गांव के उपस्थित लोगों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट को लगे अभी तीन महीने हुआ है, लेकिन लाइट सही तरीके से जलती ही नहीं है। यही नहीं ग्रामीणों ने बताया कि आप लोगों के आने से पहले ही दो दिन तक पूरे गांव में लगे लाइटों में सुधार कार्य किया है, ताकि टीम को लगे की सभी लाइट पूर्ण रूप से जल रही हो।
ठेकेदार को कर दिया भुगतान
इस संबंध में लोगों ने बताया कि लगने के बाद से ही लाइट खराब होनी शुरू हो गई। पंचायत के सचिव ने बताया कि 20 लाख में से 16 लाख से भी अधिक राशि को ठेकेदार मोहन चंद्रा को भुगतान कर दिया गया है।
-स्ट्रीट लाइट की जांच में 90:लाइट खऱाब होने की जानकारी मिली हैए पुरे मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
-इंद्रजीत बर्मन, एसडीएम सक्ती