
Ganesh Chaturthi 2024: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में गणेश उत्सव को लेकर शहर में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। विभिन्न तरह के थीम पर पंडाल तैयार किए गए हैं। रेलवे स्टेशन में भव्य पंडाल तैयार किया गया है। इसी तरह कचहरी चौक में चंदा मामा की थीम पर भव्य पांडाल बनाया जा रहा है। जिसमें कोलकाता के कलाकारों द्वारा 60 फीट ऊंचा व 100 चौड़ा प्रवेश द्वार बनाया जा रहा है। 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी पड़ रही है, इसलिए 27 साल बाद गणेश चतुर्थी पर स्वाति नक्षत्र सहित कई शुभ योग बन रहे हैं।
Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर 7 सितंबर को शहर सहित जिले भर में गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। शहर में गणेशोत्सव के एक दिन पहले जगह-जगह युवाओं की टोली पंडाल बनाती दिखी। जनरल स्टोर में साज-सज्जा की सामग्री खदीदते युवा दिखे। वहीं मूर्तिकार समितियों को प्रतिमा सौंपते नजर आए। सार्वजनिक गणेशोत्सव समितियों ने जहां मूर्तियां खरीदी, वहीं घरों में स्थापित करने सांचे वाली मूर्ति के खरीदार भी पहुंचे। साइकिल, बाइक, आटो, रिक्शा, पिकअप व हाथ ठेला में गणेश प्रतिमा को ले जाते लोग दिनभर सड़क पर दिखे। गणेशोत्सव पर विघ्नहर्ता की आराधना के साथ शहरी क्षेत्र में विभिन्न समितियों के बीच प्रतिमा और सजावट को लेकर प्रतिस्पर्धा रहती है। इसलिए सभी समितियां अपने पंडाल को आकर्षक बनाने में जुटे रहे।
CG Ganesh Chaturthi 2024: नगर में प्रमुख रूप से कचहरी चौक, नैला रोड, नहर पुल के नीचे चांपा रोड, शारदा चौक, भाठापारा, आजाद चौक, पुरानी बस्ती, न्यू चंदनियापारा सहित एक दर्जन स्थानों में बड़े पंडाल बनाए गए हैं। इसमें सबसे प्रमुख जाज्वल्देव गणेश सेवा समिति द्वारा कचहरी चौक का राजा के रूप में कचहरी चौक में 20 फीट का ऊंची गणेश जी की मूर्ति स्थापित की जा रही है। यहां पर 60 फीट ऊंचाई व 100 फीट चौड़ाई की भव्य चंदा मामा की थीम पर पंडाल तैयार हो रहा है। जिसको बनाने के लिए कोलकाता से 15 कारीगर आए हुए हैं। जो पिछले 20 दिनों से दिन-रात काम में जुटे हुए हैं। 20 फीट ऊंची गणेश की कचहरी चौक का राजा की मूर्ति को भटगांव से आए कारीगर बना रहे है।
CG Ganesh Chaturthi 2024: पांडाल को फूलों की सजावट के साथ बनाया जा रहा है, जो कि विशेष आकर्षण का केन्द्र है। साथ ही आकर्षक लाइटिंग भी किया गया है। इसी तरह रेलवे स्टेशन रोड में भी भव्य पंडाल बनाया जा रहा है। साथ ही यहां भी आकर्षक लाइटिंग व सजावट की गई है। इसके अलावा सभी मोहल्लों में सार्वजनिक रूप से गणेशोत्सव मनाने के लिए पंडाल सजाए जा रहे हैं। वर्षों से स्थापित होने वाली यहां की गणेश प्रतिमा चर्चा में रहती है। 27 सालों बाद तीन योग बन रहे हैं।
मूर्तिकार सुनील पाल ने बताया कि उनके साथ कुल 5 मूर्तिकार माहभर से काम पर जुटे रहे। अब मूर्ति बिकने पर उनकी मेहनत का फल मिल रहा है। शहर सहित आसपास के गांवों की समितियों ने मूर्तियां खरीदी है। सुनील के अनुसार महंगाई के चलते इस बार गणेश प्रतिमाओं की कीमत 150 रुपए से लेकर 10 हजार रुपए तक है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को अधिकांश मूर्तियां बिक गई, वहीं शनिवार को भी लोग गणेश प्रतिमा लेने आएंगे।
हिंदू धर्म में हर शुभ कार्य मुहूर्त देखकर किए जाने का विधान है। इसी विधान के अनुसार गणेश चतुर्थी पर 7 सितंबर को भगवान गणेश की स्थापना के श्रेष्ठ मुहूर्त है। पं. हरनारायण तिवारी ने बताया कि गणपति जी की स्थापना शुभ मुहूर्त सुबह 7.30 से 9 बजे और दोपहर में अभिजीत मुहूर्त है। अभिजीत मुहूर्त में 11.40 से 12.20 के बीच में अति उत्तम है।
Published on:
07 Sept 2024 11:20 am
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