
Janjgir Champa News: जांजगीर चांपा के मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम छपोरा में भारतीय स्टेट बैंक की फर्जी शाखा खोलने वाले गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने आखिरकार ढूंढ निकाला है। 7 अन्य आरोपी अभी फरार हैं। यानी गिरोह में आठ लोग शामिल थे और बैंक संचालित करना चाहते थे। पुलिस अब अन्य सात की तलाश में जुट गई है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में लिया है।
गौरतलब है कि सक्ती जिले के मालखरौदा के ग्राम छपोरा में भारतीय स्टेट बैंक की फर्जी शाखा संचालित करने के लिए पूरा सेटअप तैयार किया गया था। मामले की सूचना जब एसबीआई के अफसरों को हुई तो एसबीआई के मुख्य प्रबंधक जीवराखन कावड़े क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय कोरबा ने 27 सितंबर को मालखरौदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि ग्राम छपोरा में फर्जी भारतीय स्टेट बैंक शाखा 18 सितंबर से खुला है। जहां 6 व्यक्ति कार्यरत हैं।
पूछताछ करने पर अनिल भास्कर एवं 7 अन्य के द्वारा एक राय होकर भारतीय स्टेट बैंक में नौकरी लगाने के नाम पर रुपए लेकर छल पूर्वक कूट रचना करते हुए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर फर्जी बैंक खोल कर धोखाधड़ी किए हैं। प्रार्थी कि रिपोर्ट पर धारा 318-4, 338, 336, 340, 3-4 के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
विवेचना के दौरान घटना स्थल ग्राम छपोरा से 9 नग कम्प्युटर सेट, प्रिंटर, बैटरी तथा फर्नीचर सामाग्री को जब्त किया गया है। मामले में पीड़ित पक्षों से आरोपीगणों द्वारा दिया गया ज्वाईनिंग लेटर को जब्त किया गया। आरोपी अभ्यस्त एवं शातिर प्रवृत्ति का है। जिसके विरुद्ध रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 7 लाख 50 हजार रुपए की ठगी करने का थाना तोरवा जिला बिलासपुर में भी धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध है। इसके अलावा आरोपी द्वारा अलग-अलग जगहों में अनेक व्यक्ति से अलग-अलग विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी किया गया है।
एसपी अंकिता शर्मा ने मामला गंभीर प्रकृति का होने से आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। जिसके परिपालन में पीड़ित गवाहों पिंटू मरावी, परमेश्वर राठौर, ज्योति यादव, संगीता कंवर के द्वारा आरोपियों को ट्रांसफर की गई रकम एवं उनके कथनों के आधार पर थाना की टीम, साइबर टीम की मदद से आरोपी अनिल भास्कर की गिरफ्तारी के लिए उसके निवास स्थान ग्राम दुम्हनी थाना बिलाईगढ़ गई। जहां आरोपी अपने घर में मिला।
पूछताछ करने पर जुर्म स्वीकार किया। लोगों से ठगी की रकम में से कुल रकम 6 लाख 60 हजार रुपए अलग-अलग यूपीआई आईडी से ली थी। इस रकम से अपने नाम पर सेकंड हैंड कार खरीदना तथा बची हुए रकम में कुछ रकम को मामले में सहयोगी अन्य साथी को दे देना बताया। वहीं ठगी की रकम से नया मोबाइल भी खरीदना बताया। आरोपी से पुलिस ने सभी सामान को जब्त कर लिया है।
बचत खाते में आरोपी के बैंक खाता में बचत रकम 83 हजार रुपए को सीज कराया गया है। आरोपी से 4 लाख की कार 3 नग मोबाईल फो तथा खाता में बचत रकम कुल 5 लाख 3 हजार रुपए को जब्त किया गया है। पूछताछ पर उनके अन्य 7 सहयोगियों के नाम का भी खुलाशा हुआ है। जिसे पकड़ने अलग-अलग टीम बनाकर पतासाजी के लिए रवाना किया गया है। आरोपी के विरुद्ध र्प्याप्त सबूत पाए जाने से आरोपी को शनिवार को धारा 318-4, 338, 336, 340, 3-4 के तहत विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
Published on:
06 Oct 2024 02:18 pm
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