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‘सरकार’ की परीक्षा: कांग्रेस की दुविधा किसे बनाए उम्मीदवार, भाजपा इन मुद्दों पर लड़ेगी चुनाव

भाजपा विधायक के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी ये विधानसभा सीट।

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झाबुआ

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Pawan Tiwari

Sep 22, 2019

झाबुआ.झाबुआ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का एलान कर दिया है। तारीखों के एलान के साथ ही भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने जीत के दावे पेश किए हैं। मध्यप्रदेश में अभी किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नही मिला है। 2018 में झाबुआ सीट पर भाजपा ने दर्ज की थी। अगर कांग्रेस इस सीट में जीत दर्ज करती है तो उसकी सरकार स्थिर हो जाएगी। क्योंकि कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं जबकि एक निर्दलीय को मंत्री बना दिया है। कांग्रेस को बहुमत के लिए एक सीट की जरूरत है।


सीएम ने कहा- कांग्रेस की जीत पक्की
सीएम कमल नाथ ने कहा- प्रदेश के झाबुआ उपचुनाव के लिये कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है, हमारी निश्चित विजय होगी। हमारी सरकार के 9 माह के जनहितैषी कार्यों का, आदिवासी वर्ग के हित में सरकार द्वारा लिए गये ऐतिहासिक निर्णयों का व झाबुआ में किये गये विकास कार्यों का समर्थन भी कांग्रेस पार्टी को ज़रूर मिलेगा।

इन मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी भाजपा
2018 के विधानसभा चुनाव में झाबुआ सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। भाजपा विधायक जीएस डामोर के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है। भाजपा एक बार फिर से यह सीट जीतना चाहेगी। भाजपा इस चुनाव में कांग्रेस सरकार के खिलाफ उपजी नाराजगी, बारिश में बर्बाद हुई फसलों और केन्द्र सरकार के 370 जैसे निर्णयों के दम पर चुनाव जीतने की तैयारी कर रही है।

कांग्रेस में टिकट वितरण पर कशमकश
मुख्यमंत्री कमलनाथ से लेकर कई मंत्री झाबुआ में पंचायत लागाकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर चुके हैं। इस सीट पर लंबे समय से कांतिलाल भूरिया का दबदबा रहा है। कांग्रेस में टिकट को लेकर घमासान है, लेकिन माना जा रहा है कि टिकट वितरण में भूरिया का योगदान अहम रहेगा। यहां कांतिलाल भूरिया, विक्रांत भूरिया औऱ जेवियर मेढ़ा प्रमुख दावेदार हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले ही साफ कर चुके हैं कि टिकट किसी को भी मिले चुनाव सबको एक होकर लड़ना है। कांग्रेस झाबुआ उपचुनाव उम्मीदवार के साथ-साथ कमलनाथ सरकार के चेहरे पर लड़ने जा रही है।

ये है चुनाव का पूरा कार्यक्रम
23 सितंबर से नाम निर्देशन की पत्र भरे जाएंगे।
30 तारीख को नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख
1 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी।
3 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
21 अक्टूबर को मतदान होगा।
24 अक्टूबर को परिणाम घोषित होंगे।