हनीट्रेप का मास्टर माइंड कोटा से पकड़ा
झालावाड़. डेढ़ लाख रुपए की फिरोती मांगने के हनी ट्रेप प्रकरण के पांचवें आरोपी हेमराज माली दादिया को न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने बुधवार को कोटा जेल से गिरफ्तार किया है। आरोपी कोतवाली थाने का मोस्ट वांटेड है। सीआई हर्षराजङ्क्षसह खरेड़ा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने जिले के टॉप मोस्ट वांटेड में आरोपी को शामिल कर तुरंत गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। आरोपी हनी ट्रेप के एक अन्य प्रकरण में कोटा में गिरफ्तार था, जिसे कोतवाली पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया।
झालावाड़ निवासी मूलचन्द गुप्ता ने अपने बहनोई बढ़ाई निवासी घनश्याम गुप्ता का अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहरण कर १.५० लाख रूपए की फिरौती मांगने व छेड़छाड व बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इस मामले में पूर्व में हेमलता मीणा, सारोला निवासी अनिल गुर्जर, खोली निवासी भूरा मीणा, नला मोहल्ला झालावाड़ निवासी शाहरूख को गिरफ्तार कर लिया था।
ऐसे करते थे वारदात
गिरोह के लोग इज्जतदार व पैसे वाले लोगों को महिला से बात करवा कर जाल में फंसाते थे। बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी देकर रुपए की मांग करते है। आरोपियों ने पूछताछ में कई वारदातें करना स्वीकार किया है। इसमें कई इज्जतदार लोग ऐसी घटना होने के बाद शिकायत नहीं करते थे। इसका गिरोह फायदा उठाता था।
हिस्ट्रीशीटर है आरोपी
हेमराज माली सारोला थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इसके खिलाफ कोटा, बारां, टोंक, झालावाड़, अलीगढ़, अटरू, छबड़ा, कवाई, रटलाई सहित कई थानोंं चोरी, डकैती धोखाधड़ी आदि के २७ मामले दर्ज हैं।
झालावाड़. डेढ़ लाख रुपए की फिरोती मांगने के हनी ट्रेप प्रकरण के पांचवें आरोपी हेमराज माली दादिया को न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने बुधवार को कोटा जेल से गिरफ्तार किया है। आरोपी कोतवाली थाने का मोस्ट वांटेड है। सीआई हर्षराजङ्क्षसह खरेड़ा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने जिले के टॉप मोस्ट वांटेड में आरोपी को शामिल कर तुरंत गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। आरोपी हनी ट्रेप के एक अन्य प्रकरण में कोटा में गिरफ्तार था, जिसे कोतवाली पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया।
झालावाड़ निवासी मूलचन्द गुप्ता ने अपने बहनोई बढ़ाई निवासी घनश्याम गुप्ता का अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहरण कर १.५० लाख रूपए की फिरौती मांगने व छेड़छाड व बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इस मामले में पूर्व में हेमलता मीणा, सारोला निवासी अनिल गुर्जर, खोली निवासी भूरा मीणा, नला मोहल्ला झालावाड़ निवासी शाहरूख को गिरफ्तार कर लिया था।
ऐसे करते थे वारदात
गिरोह के लोग इज्जतदार व पैसे वाले लोगों को महिला से बात करवा कर जाल में फंसाते थे। बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी देकर रुपए की मांग करते है। आरोपियों ने पूछताछ में कई वारदातें करना स्वीकार किया है। इसमें कई इज्जतदार लोग ऐसी घटना होने के बाद शिकायत नहीं करते थे। इसका गिरोह फायदा उठाता था।
हिस्ट्रीशीटर है आरोपी
हेमराज माली सारोला थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इसके खिलाफ कोटा, बारां, टोंक, झालावाड़, अलीगढ़, अटरू, छबड़ा, कवाई, रटलाई सहित कई थानोंं चोरी, डकैती धोखाधड़ी आदि के २७ मामले दर्ज हैं।
पनवाड़ में नहीं आए डॉक्टर, खानपुर में हुआ पोस्टमार्टम
पनवाड़. थाना क्षेत्र के हीचर गांव निवासी किसान की कृषि कार्य करते समय संदिग्ध अवस्था में मंगलवार शाम मौत होने पर पोस्टमार्टम के लिए पनवाड़ अस्पताल लाया गया। पोस्टमार्टम के लिए बुधवार रातभर परिजन शव को लेकर पनवाड़ अस्पताल में रूके रहे, लेकिन सुबह 11 बजे तक भी चिकित्सक प्रदीप सिंह के नहीं आने पर मृतक के परिजन और ग्रामीण भड़क गए।
दो घंटे तक पुलिस की समझाइस के बाद खानपुर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजन माने। मृतक के पुत्र मांगीलाल मेहर, सुरेश मेहर सहित ग्रामीणों ने बताया कि रात भर परेशान होने के बाद सुबह भी डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचे।
हैडकांस्टेबल हनुमान सिंह झाला ने बताया कि तेजपाल मेहर (61) खेत पर कृषि कार्य कर रहा था। इस दौरान गश खाकर गिर गया और थोड़ी देर बाद मौत हो गई। वहीं ग्रामीण जोगेन्द्र शर्मा सहित कई लोगों ने बताया कि डॉक्टर के एक सप्ताह में दो-तीन दिन ही अस्पताल आने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पनवाड़. थाना क्षेत्र के हीचर गांव निवासी किसान की कृषि कार्य करते समय संदिग्ध अवस्था में मंगलवार शाम मौत होने पर पोस्टमार्टम के लिए पनवाड़ अस्पताल लाया गया। पोस्टमार्टम के लिए बुधवार रातभर परिजन शव को लेकर पनवाड़ अस्पताल में रूके रहे, लेकिन सुबह 11 बजे तक भी चिकित्सक प्रदीप सिंह के नहीं आने पर मृतक के परिजन और ग्रामीण भड़क गए।
दो घंटे तक पुलिस की समझाइस के बाद खानपुर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजन माने। मृतक के पुत्र मांगीलाल मेहर, सुरेश मेहर सहित ग्रामीणों ने बताया कि रात भर परेशान होने के बाद सुबह भी डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचे।
हैडकांस्टेबल हनुमान सिंह झाला ने बताया कि तेजपाल मेहर (61) खेत पर कृषि कार्य कर रहा था। इस दौरान गश खाकर गिर गया और थोड़ी देर बाद मौत हो गई। वहीं ग्रामीण जोगेन्द्र शर्मा सहित कई लोगों ने बताया कि डॉक्टर के एक सप्ताह में दो-तीन दिन ही अस्पताल आने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।