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छापी डेम की लाइन में खराबी तो समझो जलसंकट

locationझालावाड़Published: Apr 12, 2019 03:19:22 pm

Submitted by:

arun tripathi

कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं

RICHA

कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं

रीछवा. कस्बे में पिछले तीन दिनों से जलापूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को भीषण गर्मी में पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। जोगीपुरा मोहल्ले में तो नल आए हुए चार दिन बीत गए हैं। पानी भरने वाले लोगों की हैंडपंप पर भीड़ लग रही है। वहीं कुछ लोग निजी ट्यूबवैल मालिकों से पानी खरीदकर जुगाड़ कर रहे है।
गौरतलब है कि कस्बे में जनता जल योजना के करीब 285 नल उपभोक्ता है। जिनकी जलापूर्ति पूरी तरह से छापी जलप्रदाय योजना की टंकी पर निर्भर है जबकि यहां हमेशा सभी मौसम में एकातरे जलापूर्ति होती है। पिछले दो दिनों से छापी की मुख्य पाइप लाइन में खराबी आ जाने से टंकी खाली पड़ी हुई है। टंकी में पानी नहीं होने से नल हवा फेंक रहे है। वार्ड पंच अलादीन शेख, राधेश्याम कुम्हार, शाकिर मोहम्मद मंसूरी, महेश गौतम व अन्य उपभोक्ताओं ने बताया कि इधर उधर से पेयजल का जुगाड़ करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं ने बताया कि टंकी को भरने के लिए स्थानीय स्तर पर वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए। छापी परियोजना के कर्मचारी सलीम मोहम्मद ने बताया कि मुख्य लाइन में खराबी की मरम्मत हो जाने के बाद पहले बकानी व रटलाई क्षेत्र को जलापूर्ति दी जा रही है। टंकी भरने के बाद ही जलापूर्ति शुरू की जा सकेगी। छापी परियोजना के सेक्टर सुपरवाइजर संतराम गुर्जर ने बताया कि गर्मी में पानी की अधिक मांग को देखते हुए ग्राम पंचायत को पेयजल टंकी भरने के लिए अतिरिक्त वैकल्पिक व्यवस्था भी करनी चाहिए। जिससे टंकी भरी जा सके।
बकानी. कस्बे में तीन दिनों से जलापूर्ति नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छापी परियोजना की लाइन में आ रही खराबी के चलते कस्बे में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। ग्रामीण सुबह से ही सरकारी टूयूबवैल एंव हैंडपम्पों का सहारा ले रहे है। कस्बे के सभी हैंडपम्प व टूयूबवेलों पर सुबह से ही भीड़ नजर आ रही है। लोग बाइक से भी पानी का जुगाड़ कर रहे हैं।
राज्य परिवहन निगम की बसें बंद, परेशान हो रहे यात्री
पनवाड़ ञ्च पत्रिका. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की झालावाड़ से पनवाड़, दहीखेड़ा बस करीब 7 माह से बंद होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दहीखेड़ा निवासी बलराम गुर्जर, गोविंद सेन, पनवाड़ निवासी प्रकाश शर्मा आदि ने बताया कि झालावाड़ डिपो की रोडवेज बस पिछले 7 माह से बंद है। बस बंद रहने के कारण दहीखेड़ा, पनवाड़, लायफल, हरिगढ़, खेड़ा, बाघेर सहित कई ग्राम पंचायतों के यात्रियों को असुविधाओ का सामना करना पड़ रहा है। यह बस दहीखेड़ा में रात्री विश्राम करने के बाद सुबह झालावाड़ के लिए प्रस्थान करती थी जिसमें कालेज में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं एवं यात्रियों को सुविधा मिलती थी। इसी प्रकार कोटा डिपो की कोटा-अकलेरा एवं जयपुर-चांदखेड़ी बस पिछले एक सप्ताह से बस बंद होने के कारण इस मार्ग के यात्रियो को परेशान होकर अवैध निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने बसे चालू करने की मांग की है।
बीच में स्कूल छोडऩे वाले बच्चों के लिए अभियान चलाया जाएगा
पिड़ावा ञ्च पत्रिका. बीच में स्कूल छोडऩे वाले बच्चों को शिक्षा से जोडऩे के लिए ताल्लुका विधिक सेवा समिति ब्रिंग ड्राप आउट बैक टू द स्कूल अभियान चलाकर ग्रामीण क्षेत्रों में ड्राप आउट रोकने का प्रयास करेगी। इसी को लेकर न्यायिक मजिस्ट्रेट मयंक पालीवाल की अध्यक्षता में ताल्लुक विधिक सेवा समिति की बैठक हुई। न्यायिककर्मी आफ ताब खान ने बताया कि पिड़ावा के ग्रामीण क्षेत्रों में समिति 11 से 20 अप्रेल तक अभियान चलाएगी। जिसके लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट ने ताल्लुका स्तर पर संचालित सभी सीनियर सैकंडरी स्कूल के ऐसे बच्चों का चिन्हीकरण करने के निर्देश दिए जो किसी कारणवश बीच मे ही स्कूली शिक्षा छोड़ देते हैं। उन्होंने सभी पीएलवी से अपने संबंधित स्कूलों से उपस्थिति प्रमाण पत्र लाने के निर्देश दिए। जिसमें पीएलवी के स्कूल में रुकने व कार्य करने का उल्लेख दर्ज हो । उन्होंने अभियान को सफल बनाने के दिशा निर्देश भी जारी किए। इस दौरान सभी पीएलवी मौजूद रहे।

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