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झांसी में सैन्य अभ्यास में टैंक का गोला फटा, दो सैनिकों की मौत एक गंभीर

Jhansi Babina Cantt Field भारतीय सेना के दक्षिण कमान झांसी के बबीना कैंट फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास में टैंक का गोला फटने से दो सैनिकों की मौत हो गई। और एक सैनिक बुरी तरह से घायल है। साथ ही इस बड़े हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।  

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झांसी में सैन्य अभ्यास में टैंक का गोला फटा, दो सैनिकों की मौत एक गंभीर

झांसी में सैन्य अभ्यास में टैंक का गोला फटा, दो सैनिकों की मौत एक गंभीर

भारतीय सेना के दक्षिण कमान झांसी के बबीना कैंट फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास में टैंक का गोला फटने से दो सैनिकों की मौत हो गई। और एक सैनिक बुरी तरह से घायल है। घायल सैनिक को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल और मृतकों सैनिकों के परिजनों को दस दुर्घटना की सूचना दे दी गई है। साथ ही इस बड़े हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

बबीना रेंज फायरिंग ब्लास्ट की जांच में जुटे अफसर

झांसी के बबीना में 55 आर्मड डिविजन की यूनिट के सैनिक गुरुवार रात बबीना कैंट फील्ड फायरिंग रेंज के प्वाइंट नंबर 6A में युद्धाभ्यास कर रहे थे। टैंक में गोला लोड किया जा रहा था। गोला टैंक टी-90 के बैरल में फंस गया। जिससे टैंक में आग लग गई। इसके बाद बैरल फट गई। टैंक का गोला फटने से दो सैनिक सुमेर सिंह बगारिया राजस्थान और सुकांता मंडल पश्चिम बंगाल की मौके पर मौत हो गई। वहीं उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर के प्रदीप यादव बुरी तरह से घायल हैं। जख्मी सैनिक को सेना के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया गया है। इस मामले में सेना के अफसर फिलहाल जांच-पड़ताल में जुटे हैं।

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संत कबीरनगर के रहने वाले हैं घायल लांस नायक प्रदीप सिंह

टैंक चालक लांस नायक प्रदीप सिंह गंभीर रूप से घायल है। प्रदीप सिंह तेमा रहमत पोस्ट कुर्थिया थाना खलीलाबाद जिला संत कबीरनगर के रहने वाले हैं। प्रदीप सिंह यादव के पिता का नाम लालता प्रसाद यादव है।

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झांसी की बबीना रेंज फायरिंग क्या है जानें

झांसी की बबीना रेंज फायरिंग में ब्रिटिश शासनकाल में यहां कैंटोनमेंट एरिया बनाया गया था। उस समय यह ब्रिटिश आर्मी के बेस की तरह काम करती थी। वहीं, अब यह एशिया में सबसे बड़े सैन्य ठिकाने के तौर पर काम कर रही है। बबीना रेंज फायरिंग 2749 एकड़ क्षेत्र में फैली है।