23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Jhunjhunu Crime: झुंझुनूं में पार्षद पर जानलेवा हमला, 5 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर सहित तीन गिरफ्तार

जमीनी विवाद की रंजिश के चलते आरोपियों ने 16 जुलाई को शार्दूल सिंह पर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया था।

2 min read
Google source verification
jhunjhunu crime news

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। फोटो- पत्रिका

राजस्थान के झुंझुनूं के बुहाना क्षेत्र में पार्षद शार्दुल सिंह पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक आरपीएस देवेंद्र रजावत ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हिस्ट्रीशीटर सुरेंद्र सिंह, उसके बेटे संग्राम सिंह और रजत उर्फ चेतना को गिरफ्तार कर लिया गया है।

तीनों पर 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित था। एक नामजद आरोपी दीपक अभी भी पुलिस की पकड़ से फरार है। जमीनी विवाद की रंजिश के चलते आरोपियों ने 16 जुलाई को शार्दुल सिंह पर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया था।

दो आरोपी घायल

हमले में गंभीर रूप से घायल शार्दुल सिंह को पहले बुहाना, फिर झुंझुनूं और अंत में जयपुर रेफर किया गया। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया था और ग्रामीणों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी। पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी के दौरान दो आरोपियों ने हरियाणा के नारनोल में पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की, जिसके दौरान वे घायल हो गए थे।

कार में सवार होकर फरार हुए थे हमलावर

बता दें कि हमले के बाद आरोपी एक कार में सवार होकर हरियाणा की ओर फरार हो गए थे। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया और पीछा करने की कोशिश की थी। कार्यवाहक थाना प्रभारी उमराव जाट के अनुसार शार्दुल सिंह बुधवार शाम को ऊंट-गाड़ी लेकर अपने घर आ रहा था।

इसी दौरान बुहाना निवासी संग्राम सिंह, सुरेन्द्र कुमार, चेतन, दीपक सिंह एवं तीन-चार अन्य ने शार्दुल पर जानलेवा हमला बोल दिया था। हमले में शार्दुल सिंह के सिर में गहरी चोट आई थी। दोनों पैर तोड़ दिए गए थे।

यह वीडियो भी देखें

आपसी रंजिश बनी कारण

जमीन को लेकर चल रही पुरानी रंजिश हमले की वजह मानी जा रही है। हमले में घायल हुए शार्दुल सिंह के बेटे हंसराम का आरोप था कि आरोपियों ने उनके परिवार को तीन-चार बार धमकी दी है। धमकी देने के बाद हर बार पुलिस थाना में जाकर शिकायत दर्ज कराई गई। बुहाना पुलिस को शिकायत करने के बाद भी एक बार भी कोई कार्रवाई नहीं की थी।