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शेखावाटी में गैंगवार की आग: फायरिंग, अपहरण और हत्या की वारदातें बढ़ी, ये रही हिस्ट्रीशीटरों की क्राइम कुंडली

शेखावाटी अंचल में गैंगवार की आग तेजी से फैल रही है। फायरिंग, अपहरण और हत्या की वारदातों में इजाफा हुआ है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, पुराने हिस्ट्रीशीटरों के बीच वर्चस्व की लड़ाई हिंसा की बड़ी वजह बन रही है, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।

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GangWar Escalates Shekhawati

गैंगवार की आग (फोटो- पत्रिका)

Jhunjhunu Gang War: झुंझुनूं जिले के खिरोड़ ग्राम पंचायत की कैमरी की ढाणी में हुई गैंगवार ने पूरे शेखावाटी क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण कर दिया। हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा के घर के बाहर हुई फायरिंग के बाद आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। वहीं, तुर्काणी जोहड़ी के पास रणवां की ढाणी में कटेवा के साथियों और ग्रामीणों ने फायरिंग की वारदात को अंजाम देकर भाग रहे तीन आरोपियों को दबोच लिया और पिटाई कर दी।

इस दौरान आरोपी कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी की गोली लगने से मौत हो गई। घटना के बाद वहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। दिनभर माहौल तनावपूर्ण बना रहा। करीब एक साल पहले भी नवलगढ़ क्षेत्र में गैंगवार की वारदात हुई थी। ढाका की ढाणी में बदमाशों ने एक युवक को घर से उठाकर ले गए थे और उसके हाथ-पैर तोड़कर सड़क पर फेंक दिया था। उस घटना ने भी क्षेत्र में भय और तनाव का माहौल बना दिया था।

वहीं, पूरे शेखावाटी की बात करें तो तीन साल बाद फिर गैंगवार हुई है। तीन दिसंबर 2022 को बदमाशों ने आनंदपाल और लॉरेंश विश्नोई गैंग के गुर्गों ने गैंगस्टर राजू ठेहट को उसके घर के बाहर ही गोलियों से छलनी कर दिया था।

तीन साल बाद बदमाशों ने फिर गैंगवार की घटना को अंजाम दिया, जिसमें दो लोगों की जान चली गई। इसके बाद से शेखावाटी में छोटी-बड़ी गैंग सक्रिय थी, जिनमें की आपस में टकराव और मारपीट के साथ ही फायरिंग हो रही थी। गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के गुर्गे फिरौती के लिए व्यवसाइयों और राजनेताओं को धमकियां दे रहे थे।

क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी

लगातार बढ़ती वारदातों ने नवलगढ़ क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखे हुए है और आरोपियों की धरपकड़ के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।

देर रात तक एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय, एएसपी देवेंद्र सिंह राजावत, नवलगढ़ डिप्टी महावीर सिंह शेखावत, नवलगढ़ थानाधिकारी अजय सिंह, गोठड़ा थानाधिकारी धर्मेंद्र मीणा आदि जांच-पड़ताल में जुटे रहे। बाद में सभी पुलिस अधिकारी नवलगढ़ के राजकीय जिला अस्पताल में रात साढ़े आठ बजे पहुंचे। घटना के बाद मौके पर क्यूआरटी, डॉग स्कवॉड और एफएसएल की टीम पहुंची। दोनों घटनास्थलों पर टीमों ने साक्ष्य उठाए।

जिलेभर में ए श्रेणी की नाकाबंदी

घटना के बाद जिलेभर में पुलिस ने ए श्रेणी की नाकाबंदी की। जिला मुख्यालय समेत जिले से गुजरने वाले नेशनल, स्टेट और अन्य सड़क मार्गों पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। इस दौरान पुलिस ने प्रत्येक वाहनों की जांच की। जांच के बाद ही वाहनों को जाने दिया गया।

सीकर के कल्याण अस्पताल में मौत

गोली लगने से घायल सुनील सुंडा इलाज के लिए श्री कल्याण हॉस्पिटल सीकर ले जाया गया। सुबह 10.30 बजे के करीब नवलगढ़ से श्री कल्याण हॉस्पिटल सीकर लेकर आए। जहां पर ट्रॉमा में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुछ ही देर में ट्रॉमा व मोर्चरी के बाहर लोगों का जुटना शुरू हो गया। सुनील सुंडा पुत्र ओमप्रकाश निवासी ढाका की ढाणी का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।

दोनों बदमाश जयपुर रैफर

हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा पिछले कई महीने से जमानत पर चल रहा है। रविंद्र पर उसकी विरोधी गैंग ने फायरिंग की है या कोई आपसी विवाद है, यह अभी पता नहीं चला है। ग्रामीणों ने कटेवा और सुनील सुंडा पर फायरिंग करने वाले बदमाश पिंटू पुत्र रामलाल मेघवाल निवासी भींचरी, सीकर और राजू सिंह पुत्र अंशु सिंह निवासी अठवास, सीकर को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। जबकि तीसरे बदमाश हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी का शव पुलिस को खेत में कुछ दूरी पर मिला था।

दोनों को पहले नवलगढ़ और इसके बाद सीकर के श्री कल्याण हॉस्पिटल सीकर में इलाज के लिए लाया गया। यहां से दोनों बदमाशों को पुलिस सुरक्षा में जयपुर रैफर कर दिया गया। आरोपियों से पूछताछ के बाद ही पता चलगा कि उन्होंने रविंद्र कटेवा पर फायरिंग करने के लिए किस गैंग ने कहा था और वे कटेवा को क्यों मारना चाहते थे।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

मृतक सुनील सुंडा का परिवार, दोस्त और रिश्तेदार एसके हॉस्पिटल के बाहर विलाप करते रहे। अनहोनी की आशंका को देखते हुए सुनील की बहन और परिवार की अन्य महिलाएं श्री कल्याण हॉस्पिटल पहुंच गए और ट्रॉमा सेंटर के बाहर कर्मचारियों से सुनील के बारे में पूछते रहे।

बिना नंबर की कार में आए थे बदमाश

चारों बदमाश बिना नंबर की कार में सवार होकर आए थे। पुलिस ने कार को जब्त कर गोठड़ा थाने में जब्त किया है। वहीं, कुख्यात रविंद्र कटेवा की कार को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।

हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ गोलू के खिलाफ दर्ज थे 12 मामले

फायरिंग कर सुनील सुंडा की हत्या करने वाले वाले हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी सहित तीनों ही आरोपी सीकर जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। वहीं एक आरोपी मौके से भाग गया, जिसका पुलिस पीछा कर रही है। मृतक हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत टुकड़ा-टुकड़ा गैंग से जुड़ा हुआ था।

मृतक बदमाश कृष्णकांत उर्फ रविकांत रानोली थाना का हिस्ट्रीशीटर 10 फरवरी 2020 को खुली थी। आरोपी के खिलाफ चोरी, मारपीट, लूट और फायरिंग सहित अन्य प्रकार के मामले दर्ज हैं। इसके खिलाफ अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 12 मामले दर्ज हैं। मृतक हिस्ट्रीशीटर खाटूश्यामजी थाना में दर्ज प्रकरणों में पिछले ढाई साल से फरार चल रहा था।

26 संगीन मामलों की जांच जारी

गोठड़ा थाने का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा एक बार फिर सुर्खियों में है। कटेवा पर विभिन्न थानों में कुल 26 गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि सीकर जिले के उद्योग नगर और दादिया थानों में फायरिंग, हत्या के प्रयास, मारपीट जैसे दस संगीन मुकदमे लंबित हैं। वहीं, सीकर सदर थाना क्षेत्र में डकैती का एक मामला भी उसके खिलाफ दर्ज है।

झुंझुनूं जिले में भी कटेवा की आपराधिक गतिविधियां कम नहीं हैं। सदर, नवलगढ़, गोठड़ा, उदयपुरवाटी और बगड़ थानों में उसके खिलाफ कुल 11 प्रकरण दर्ज हैं। इसके अलावा श्रीगंगानगर, बीकानेर और कोटा जिलों में एक-एक मामला लंबित है। दिल्ली में उसके नाम से साइबर अपराध से जुड़ा मामला भी जांचाधीन है।

पुलिस उसकी हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखे हुए है और सभी मामलों की जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। वहीं, फायरिंग में मृतक सुनील सुण्डा के खिलाफ नवलगढ़ पुलिस थाने में तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।

कार में बैठे हिस्ट्रीशीटर पर फायरिंग, साथी सुनील की मौत

घटना के समय गोठड़ा थाने का हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा, कैमरी की ढाणी स्थित अपने घर के सामने कार में बैठा था। कार में उसका साथी सुनील सुण्डा भी मौजूद था। इसी दौरान बिना नंबर की कार में सवार होकर चार बदमाश वहां आए और रविंद्र कटेवा पर फायर कर दिया।

इस दौरान कटेवा नीचे झुक गया, जिससे वह बच गया। फायरिंग के बाद चारों बदमाश गाड़ी में बैठकर भागने लगे तो सुनील सुण्डा ने बदमाशों की गाड़ी का स्टीयरिंग पकड़ लिया। इसी दौरान बदमाशों ने सुनील सुण्डा पर फायर कर दिया और मौके से भाग छूटे। सुण्डा की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई।

भागते बदमाशों को ग्रामीणों ने घेरा

फायरिंग के बाद चारों बदमाश करीब दो किलोमीटर तक गाड़ी दौड़ाकर ले गए, लेकिन कच्चे रास्ते में उनकी कार फंस गई। वहां से तीन बदमाश पैदल ही एक तरफ भागे, जिनका ग्रामीणों और रविंद्र कटेवा के साथियों ने पीछा किया और तुर्काणी जोहड़ी के पास रणवां की ढाणी के एक खेत में उन्हें घेर लिया।

इनमें से दो बदमाश पिंटू पुत्र रामलाल मेघवाल निवासी भींचरी (सीकर) और राजू सिंह पुत्र अंशू सिंह निवासी अठवास (सीकर) को ग्रामीणों ने पकड़कर पिटाई की और पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि तीसरे बदमाश हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ गोलू स्वामी का शव पुलिस को खेत में पड़ा मिला। उसके सिर में गोली लगी हुई थी। उसने स्वयं खुद को गोली मारी या गैंगवार में उसको गोली लगी, इसकी पुलिस जांच कर रही है।

दोनों बदमाशों का सीकर में चल रहा इलाज

ग्रामीणों की ओर से पकड़े गए दोनों बदमाशों का पुलिस ने नवलगढ़ जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार करवाया। जहां से चिकित्सकों ने उन्हें सीकर रैफर कर दिया। दोनों का सीकर में इलाज चल रहा है। वहीं, चौथा बदमाश फरार हो गया।


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