31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

PM मोदी की झुंझुनूं सभा में CM राजे के सम्बोधन के दौरान काले झण्डे दिखाने के मामले में बड़ा खुलासा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की झुंझुनूं सभा में लहराया गया काला कपड़ा वहां लगी एलईडी का कवर था।

2 min read
Google source verification
pm in jhunjhunu

मनीष मिश्रा
झुंझुनूं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा में लहराया गया काला कपड़ा वहां लगी एलईडी का कवर था। पुलिस और इंटीलिजेंस एजेन्सियों की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विरोध कर रहे युवकों ने वहां एलईडी के नीचे लगे कपड़े को फाड़कर झंडे के रूप में लहरा दिया। हालांकि अभी तक कोई भी अधिकारी इस मामले में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। वहीं पुलिस ने इस मामले में अब तक 14 एनआएचएम कर्मियों को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार कर लिया है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस कई जिलों में दबीश दे रही है।

PM मोदी के पोषण मिशन लांच करने के बाद झुंझुनूं में CM के डर से शुरू हुआ गिरफ्तारी मिशन


पुलिस पर जांच का घेरा


इस मामले में जिम्मेदार पुलिस अधिकारी भी जांच की जद में हैं। मौके पर तैनात सभी पुलिस कार्मिकों यहां तक की इंटेलिजेंस के कार्मिकों के भी इस संबंध में बयान लिए गए हैं। इन पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। इसकी वजह यह है कि सीकर जिले में मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान प्रदर्शन पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।

अब परिजनों पर दबाव

गिरफ्तारी के भय से कई एनआरएचएम कर्मी नेता व कार्मिक भूमिगत हो गए हैं। जयपुर से उच्चाधिकारियों के दबाव के चलते पुलिस अब कार्मिकों के परिजनों को पूछताछ के बहाने थाने लाकर उन पर गिरफ्तारी के लिए दबाव बना रही है। इसके अलावा संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर कागजातों के आधार पर पहचान की जा रही है।

बड़ी लापरवाही

प्रधानमंत्री की सभा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां शुरू से ही गंभीरता बरत रही थी। सभा में काली टी-शर्ट पहन कर आए युवकों को भी अंदर नहीं घुसने दिया गया। यहां तक कि काला बुर्का पहनकर आई मुस्लिम महिलाओं को भी जद्दोजहद के बाद सभा में प्रवेश दिया गया। ऐसे में सवाल यह है कि एलईडी के काले कवर की तरफ ध्यान क्यों नहीं दिया गया। यह सुरक्षा एजेंसियों की चूक मानी जा
रही है।


अधिकारियों का डेरा, गोपनीय जांच


सभा में विरोध के बाद मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों की बैठक ली। इसके बाद इंटेलीजेंस के एडीजीपी यूआर साहू व जयपुर रेंज के आईजी हेमंत प्रियदर्शी तीन दिन तक झुंझुनूं में डेरा डाले रहे। इस दौरान विरोध करने वाले की पहचान करने के साथ खामियों के सबूत भी तलाशे गए। सूत्रों के अनुसार इस क्षेत्र में तैनात सभी अधिकारियों और जवानों से सुरक्षा में रही खामियों पर पूछताछ की गई है। इसके साथ ही वहां तैनात अधिकारियों के बयान दर्ज किए गए है।


इन्हें किया गिरफ्तार


पुलिस ने इस मामले में सोमवार को झुंझुनूं निवासी राजेश, चुन्नी लाल , सुभाष एवं रेखा वर्मा निवासी लक्ष्मणगढ़ (सीकर) को गिरफ्तार किया गया है। इन चार लोगों सहित अब तक 14 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

मामले की जांच रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया गया है। मैं इस मामले में कोई जानकारी नहीं दे सकता। रेंज आईजी बता सकते हैं।
यू.आर.शाहू एडीजीपी (इंटेलिजेंस)

एलईडी के नीचे लगे कपड़े को प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे के रूप में उपयोग किया है। यह बात जांच में सामने आई है। मामले की अभी जांच चल रही है।
मनीष अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक, झुंझुनूं