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राजस्थान की बेटी रेखा मीणा का दुनिया ने माना लोहा, लंदन में मिला पुरस्कार, जानें क्या है वजह

Rekha Meena Award in London : राजस्थान की बेटी रेखा मीणा का दुनिया ने माना लोहा। कार डिजायन क्षेत्र (कलर एवं इंटीरियर) में विश्व का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। जानें रेखा मीणा का राजस्थान कनेक्शन। चौंक जाएंगे

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Rajasthan daughter Rekha Meena

Rajasthan Daughter Rekha Meena : राजस्थान के झुंझुनूं के खेतड़ी उपखंड के त्यौंदा गांव की बहू रेखा मीणा ने लंदन में कार डिजायन के क्षेत्र में अपनी बुद्धि का लोहा मनवाया है। रेखा मीणा को लंदन में आयोजित एक प्रतियोगिता में कार डिजायन क्षेत्र (कलर एवं इंटीरियर) में विश्व का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। इस प्रतियोगिता में दुनियाभर की कार कम्पनियों ने हिस्सा लिया। रेखा इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली एशिया की एक मात्र महिला थी। विश्व के कार उद्योग के दिग्गजों ने रेखा को सीडीएन पीपल अवार्ड-2023 से सम्मानित किया। रेखा मीणा के अनुसार इस पुरस्कार को कार इंडस्ट्री का ऑस्कर माना जाता है।

खेतड़ी उपखंड के त्यौंदा गांव के कर्नल सुलतान छावल की बहू और विजय छावल की पत्नी रेखा स्वीडन में कार कम्पनी वॉल्वो में सीनियर डिजाइन मैनेजर के पद पर कार्यरत है। वह कार डिजाइन के क्षेत्र में कलर व इंटीरियर विभाग को संभालती है। जीत के बाद रेखा ने बताया कि पूरी टीम ने श्रेष्ठ कार्य किया, इस कारण उसे पुरस्कार मिल सका है। बिना टीम वर्क के सफलता नहीं मिल सकती है।

इलेक्ट्रिक कार के डिजाइन में भी योगदान

गुुरुग्राम के बाद साक्षात्कार के बाद उसका चयन वर्ष 2016 में कार कम्पनी वोल्वो में हो गया। वह अपने सपनों को सच करने के लिए स्वीडन पहुंच गई। 7 जून 2023 को वोल्वो की जो इलेक्ट्रिक कार इटली के मिलान शहर में लॉन्च हुई थी, उसकी डिजाइन में रेखा मीणा का विशेष योगदान रहा। रेखा के ससुर कर्नल सुलतान सिंह छावल ने बताया कि बहू की कामयाबी से पूरे नीमकाथाना जिले में गर्व हो रहा है। गांव में मिठाई बांटी गई।

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सवाईमाधोपुर में है पीहर

रेखा का पीहर सवाईमाधोपुर जिले के नारायणपुर टटवाड़ गांव में है। बचपन में पिता भैरूलाल का निधन होने के कारण मां सरस्वती देवी ने रेखा को पढ़ाया। सरस्वती देवी दो बेटों व तीन बेटियों को लेकर कोटा आ गईं। कोटा से रेखा ने बीएससी की। फिर अहमदाबाद से नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन डिग्री ली। वर्ष 2006 में गुरुग्राम में कार कम्पनी मारुती में जॉब शुरू किया। दस साल तक कलर व इंटीरियर डिजाइन में प्रयोग किए। रेखा का दावा है कि वह भारत की पहली महिला कार डिजाइनर है।

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