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AIIMS Jodhpur: दिवाली के बाद एम्स जोधपुर में शुरू होगा 450 बेड का ट्रोमा सेंटर, आपातकालीन स्थितियों में बनेगा मददगार

एम्स जोधपुर इस साल के अंत तक हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू करने जा रहा है। एसएमएस जयपुर के अलावा यह प्रदेश का दूसरा चिकित्सकीय केंद्र होगा, जहां हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा होगी।

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AIIMS Jodhpur

स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर रोशनी से नहाया एम्स जोधपुर। फोटो- पत्रिका

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जोधपुर आज 13 साल का हो गया है। कई सुविधाएं शुरू होने के साथ इस साल दिवाली के बाद चिकित्सा क्षेत्र में एक और बड़ी उपलिब्ध जुड़ने जा रही है। एम्स में ट्रोमा सेंटर का काम लगभग पूरा हो गया है। 150 बेड के आइसीयू और 250 के ट्रोमा का मिलाकर 450 बेड का सेंटर शुरू होगा। यह विश्वस्तरीय ट्रॉमा एवं इमरजेंसी सेंटर होगा, जहां 24×7 गंभीर दुर्घटना पीड़ितों, आपातकालीन स्थितियों और आपदाओं का उपचार संभव होगा।

ऑर्गन ट्रांसप्लांट सुविधा

एम्स जोधपुर इस साल के अंत तक हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू करने जा रहा है। एसएमएस जयपुर के अलावा यह प्रदेश का दूसरा चिकित्सकीय केंद्र होगा, जहां हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा होगी। इसी क्रम में अगले साल फेफड़ा ट्रांसप्लांट और अग्नाशय (पैंक्रियाज) ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू हो जाएगी।

पुरानी फेफड़ों की बीमारियों से जूझ रहे मरीजों, विशेषकर युवाओं को नया जीवन मिलेगा। पैंक्रियाज ट्रांसप्लांट से गंभीर मधुमेह और जटिल पैंक्रियाज रोगियों को दीर्घकालिक राहत और बेहतर जीवन गुणवत्ता मिलेगी। ये कार्यक्रम पहले से चल रहे लीवर, किडनी और मल्टी-ऑर्गन ट्रांसप्लांट सेवाओं के साथ मिलकर एस जोधपुर को एक समग्र प्रत्यारोपण केंद्र बनाएंगे।

तीन सुपर-स्पेशियलिटी केंद्र खुलेंगे

एम्स जोधपुर में कैंसर, न्यूरोसाइंसेज और कार्डियक साइंसेज की उन्नत सेवाएं पहले से उपलब्ध हैं, लेकिन अब इन क्षेत्रों में समर्पित सुपर-स्पेशियलिटी केंद्र स्थापित किए जाएंगे। यह तीनों आइपीडी के पीछे बनेंगे। कैंसर केयर सेंटर में रोबोटिक सर्जरी, एचआईपीईसी और मल्टी-डिसिप्लिनरी ट्यूमर बोर्ड बनेगा। न्यूरोसाइंसेज सेंटर में न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, साइकियाट्री, न्यूक्लियर मेडिसिन और पुनर्वास सेवाएँ एक ही छत के नीचे मिलेगी। कार्डियक साइंसेज सेंटर में उन्नत हृदय शल्य चिकित्सा, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी और हार्ट ट्रांसप्लांट होगा।

पूर्ण विकसित ट्रॉमा और इमरजेंसी सेंटर से पीड़ितों का काफी सहायता मिलेगी। इसके अलावा डे-केयर प्रोसीजर सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा।

  • डॉ. गोवर्धन दत्त पुरी, कार्यकारी निदेशक, एम्स जोधपुर

चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ-साथ हम मरीजों और उनके परिजनों के लिए विश्राम गृह और पार्किंग स्पेस विकसित कर रहे हैं, ताकि दूर से आने वालों को राहत मिले।

  • डॉ. तेजस एम. पटेल, अध्यक्ष, एम्स जोधपुर

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