30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

निलम्बित आईएएस निर्मला मीणा व पति की बढ़ी मुश्किलें, दर्ज होगा एक और मामला

- एसीबी मुख्यालय के आदेश- तैंतीस हजार क्विंटल गेहूं के गबन मामले में एसीबी के छापे, मीणा व उसका पति गायब

2 min read
Google source verification
Jodhpur,ACB,Jodhpur Hindi news,jodhpur latest news,ACB headquarters,jodhpur latest news in hindi,

निलम्बित आईएएस निर्मला मीणा व पति की बढ़ी मुश्किलें, दर्ज होगा एक और मामला

जोधपुर . तैंतीस हजार क्विंटल गेहूं के गबन के मामले में आरोपी निलम्बित आईएएस निर्मला मीणा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। एसीबी मुख्यालय ने मीणा व उनके पति के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति की एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। बीपीएल परिवारों को आवंटन के नाम पर आठ करोड़ रुपए गेहूं के गबन मामले में एसीबी ने मीणा के ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन सुराग नहीं लग पाया। पुलिस अधीक्षक (एसीबी) अजयपाल लाम्बा ने बताया कि गबन के मामले में निलम्बित तत्कालीन जिला रसद अधिकारी निर्मला मीणा वांछित हैं। पहले हाईकोर्ट व अब सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद मीणा के सामने गिरफ्तारी के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। एसीबी को उम्मीद है कि मीणा समर्पण करेंगी। एसीबी की टीमों ने शुक्रवार को संभावित ठिकानों पर छापे मारे, लेकिन न तो मीणा मिली और न ही पति पवन मित्तल का पता लग पाया। एसीबी का कहना है कि मीणा गायब है और पति के भी साथ होने की संभावना है। प्रकरण में मीणा के पति मित्तल से पूछताछ की जानी है। उसके बाद ही पति की भूमिका का पता लग सकेगा। एसपी लाम्बा का कहना है कि जांच के दौरान करोड़ों रुपए की सम्पत्ति संबंधी दस्तावेज मिलने व जांच में आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने की पुष्टि होने के बाद एसीबी के मुख्यालय ने निर्मला मीणा और पवन मित्तल के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। जल्द ही दोनों के खिलाफ जयपुर स्थित मुख्यालय में मामला दर्ज हो जाएगा।

Read More : राजस्थान के इस किले का आठवां द्वार आज भी है रहस्यमय! जानिए आखिर क्या है कारण

करोड़ों की सम्पत्ति, पेट्रोल पंप, जयपुर-जोधपुर में बंगले
गबन के मामले में जांच के दौरान एसीबी ने मीणा व मित्तल की सम्पत्तियां भी खंगाली थी। पंजीयन विभागों से मिली जानकारी के आधार पर दोनों के पास करोड़ों रुपए की सम्पत्ति का खुलासा हुआ था। इसमें पेट्रोल पंप, जोधपुर, जयपुर व माउंट आबू में बंगले और जमीनें शामिल हैं। जयपुर में गोपालपुरा बाइपास मंगल विहार में मकान, मानसरोवर के रजत अपार्टमेंट में फ्लैट, बाड़मेर के पचपदरा में 15 बीघा जमीन, जोधपुर के राजीव गांधी नगर में एक भूखण्ड, कुड़ी भगतासनी के इन्दिरा गांधी नगर में दो भूखण्ड, जोधपुर-जयपुर हाइवे पर बीनावास में तीन बीघा जमीन, उचियारड़ा में दो बीघा कृषि भूमि व पेट्रोल पंप, आशापूर्णा वैली में मकान, उम्मेद हैरिटेज में फ्लैट, पाल में 24-24 सौ वर्ग फीट के दो भूखण्ड, डांगियावास में दो बीघा कृषि भूमि, माउंट आबू के ओरिया में एक कॉटेज, उम्मेद नगर के कृपाराम नगर में 22 बीघा बेनामी सम्पत्ति व कृष्णा नगर में पांच सौ वर्ग गज का भूखण्ड का खुलासा हो चुका है। इसके अलावा बैंक खातों में 42 लाख रुपए, सत्रह लाख रुपए की एफडीआर मिल चुकी है। तीन लॉकर की जांच की जानी शेष है।

Read More : अतीत के पन्नों से : देखिए एक से डेढ़ सदी पुराना जोधपुर