
आरोपी अजयसिंह। फोटो- पत्रिका
जोधपुर। पुलिस मुख्यालय की एटीएस-एएनटीएफ ने ऑपरेशन चोरहठ के तहत बाड़मेर जिले के एक कुख्यात बदमाश को पकड़ लिया। वह रंगदारी वसूलने वाले गिरोह का सरगना था। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम था। वह कॉर्पोरेट स्टाइल में गिरोह चला रहा था।
इंटरव्यू लेकर बदमाशों को गिरोह में शामिल करता था और फिर भूखण्डों पर कब्जे, फाइनेंस कम्पनी के लिए वाहन सीज करन व मारपीट के टेण्डर लेता था। पुलिस महानिरीक्षक एसटीएस-एएनटीएफ विकास कुमार ने बताया कि बाड़मेर जिले में चौहटन थानान्तर्गत दूधवा खुर्द निवासी अजयसिंह उर्फ अर्जुन सिंह को पकड़ा गया है। उसके खिलाफ बाड़मेर, जालोर व पाली में कई मामले दर्ज हैं और वह लम्बे समय से फरार था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी गुजरात भाग गया था और रिश्तेदार में जागरण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आने की आशंका थी। इस पर पुलिस ने परिवार के आस-पास गोपनीय नजर रखनी शुरू की। आरोपी जैसे ही जागरण में शामिल होने पहुंचा तो पुलिस ने उसे पकड़ लिया। फिर स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।
दसवीं तक पढ़ने के बाद अजयसिंह मुम्बई चला गया था, जहां दुकान पर तीन साल काम किया। फिर वापस गांव आकर फाइनेंस का काम करने लग गया था। उस पर मारपीट व धोखाधड़ी के मामले दर्ज हो गए थे। फिर उसने गैंग बनानी शुरू की। वह पहले धारिया गैंग में था। फिर केशर कालवी गैंग बना ली थी।
वह कॉर्पोरेट स्टाइल में काम करने लगा था। इंटरव्यू लेकर गिरोह में बदमाशों को शामिल करता था। फाइनेंस की गाड़ियां सीज करने, भूखण्ड पर कब्जा करने व मारपीट के टेण्डर लेने लग गया था। एडवांस में रुपए लेता और कमीशन पर गुर्गों से काम करवा लेता था। धीरे-धीरे वह ड्रग्स स्मगलिंग में शामिल हो गया था। तब से वह एएनटीएफ के रडार पर था।
पुलिस का कहना है कि आरोपी बेखौफ था। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2023 में पाली पुलिस का कांस्टेबल वारंट तामील करवाने के लिए उसके घर पहुंच गया था। जो अजयसिंह को इतना नागवार गुजरा कि उसने कांस्टेबल पर जानलेवा हमला कर दिया था और पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।
Published on:
02 Nov 2025 06:00 am
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