उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लाइन ऑफ कंट्रोल पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। पांच अगस्त को बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद के हालात पर उन्होंने कहा कि बीएसएफ अतिरिक्त सावचेती बरत रही है। जब उनसे पूछा गया कि सत्ता परिवर्तन के बाद वहां की जेल में बंद कई आतंकी बाहर आ गए हैं और वे बॉर्डर पार करने की फिराक में हैं, तो चौधरी बोले कि सीमा पर पूरी तैयारी कर रखी है। इसके अलावा वहां 15 मानव तस्करी यूनिट स्थापित की गई हैं। चौधरी ने बताया कि बीएसएफ ने अपने जवानों को ड्यूटी के दौरान तनाव से बचाने के लिए मनोरक्षक ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के माध्यम से
एम्स के डॉक्टर जवानों के साथ वार्ता करते हैं।
तस्करी में धातु और जाली नोट अधिक
चौधरी ने बताया कि बीएसएफ की पूरे देश में 193 बटालियन हैं। पश्चिमी सीमा की तुलना में पूर्वी सीमा पर मादक पदार्थ, कीमती धातुओं और जाली नोटों की तस्करी अधिक है। पश्चिमी सीमा पर अब तक 432 किलोग्राम मादक पदार्थ, 77 प्रकार के हथियार और 300 उपद्रवियों को पकड़ा गया है, जबकि बांग्लादेश से लगती पूर्वी सीमा पर 11866 किलोग्राम मादक पदार्थ, 32 लाख रुपए की जाली मुद्रा, 172 किलो सोना, 178 किलो चांदी और 4168 उपद्रवी पकड़े गए हैं।
आतंकियों को मारने वाले होंगे सम्मानित
स्थापना दिवस समारोह में वर्ष 2020 में जम्मू में पाकिस्तान की गोलीबारी का मुकाबला करने वाले 7 जवानों को पुलिस मेडल गैलेंट्री पदक दिया जाएगा। इसमें कांस्टेबल अवनीश कुमार, मोहम्मद बाकीबुल्ला हक, अनिल शर्मा, अवतार सिंह, राजू चौधरी, बी रामानुजेय, अनिल यादव शामिल है। इन्होंने मुकाबला करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को मार गिराया। कांस्टेबल अमित कुमार सिंह को जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया जाएगा। अधिकारियों की राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलेंगे।