—- दूर होने के कारण रूचि नहीं उद्यमियों के अनुसार, जोधपुर से बाप करीब 170 किमी दूर है। उद्यमियों के अनुसार, जोधपुर से इतना दूर जाकर व्यापार करना औद्योगिक दृष्टि से सही नहीं है। बाप गांव के आसपास कोई बड़ी इंडस्ट्री विकसित नहीं है, इस वजह से उद्यमी रूचि नहीं दिखा रहे।
—- ये इकाइयां लगना प्रस्तावित – साल्ट ग्राइंडिंग – स्टोन कटिंग – स्टोन पॉलिशिंग – ऑयल मिल्स इकाइयां – इंजीनियरिंग गुड्स प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस क्षेत्र को रेड कैटेगिरी में रखा है। नॉन वॉटर इंटेंसिव इकाइयां लगना प्रस्तावित है।
—— प्लॉट्स का वर्गीकरण यह औद्योगिक क्षेत्र 200 बीघा अर्थात करीब 32.402 हैक्टेयर भूमि पर विकसित किया गया है। यहां 103 प्लॉट काटे गए है। प्लॉट्स के प्रकार —— संख्या 4 हजार वर्ग मीटर—— 07
2 हजार वर्ग मीटर—— 54 1500 वर्ग मीटर——- 24 1 हजार वर्ग मीटर—— 13 700 वर्ग मीटर——– 05 ———————– कुल————— 103 ———————– बाप सहित प्रस्तावित सभी औद्योगिक क्षेत्रों के व्यवस्थित विकास के लिए विशेष इंटेंसिव के साथ सरकार से आग्रह करेंगे, ताकि उद्यमी जुड़े। साथ ही, जिले में सिरेमिक इंडस्ट्री के विकास का भी प्रस्ताव बनाकर सरकार को प्रस्तुत करेंगे। सुनिल परिहार, पूर्व राजसिको अध्यक्ष
— जोधपुर से बाप गांव करीब 170 किमी दूर है, वहां जाकर इंडस्ट्री लगाना उद्यमियों के लिए थोड़ा मुश्किल है। नई सरकार से जोधपुर के नजदीकी क्षेत्रों में औद्योगिक क्षेत्रों के विकास की उम्मीद है।
आशाराम धूत, पूर्व अध्यक्ष जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन —- प्रोत्साहित कर रहे सरकार की योजनानुसार कार्य हुआ। प्लॉट आवंटन प्रक्रिया शुरू है, उद्यमियों का इंतजार है। उद्यमियों को वहां उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे है।
विनीत गुप्ता, वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक रीको जोधपुर ————————————