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राजस्थान के इस शहर में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का पहला एक्शन, लॉरेंस गैंग से मिला ऐसा कनेक्शन

पुलिस मुख्यालय की ओर से गठित एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने जोधपुर में पहली कार्रवाई करते हुए माता का थान थानान्तर्गत मिरासी कॉलोनी में दबिश देकर लॉरेंस बिश्नोई के सोपू ग्रुप से जुड़े 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश को हिरासत में लिया।

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पुलिस मुख्यालय की ओर से गठित एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने जोधपुर में पहली कार्रवाई करते हुए माता का थान थानान्तर्गत मिरासी कॉलोनी में दबिश देकर लॉरेंस बिश्नोई के सोपू ग्रुप से जुड़े 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश को हिरासत में लिया। राजसमंद जिले के चारभुजा थाने में दर्ज मादक पदार्थ तस्करी के मामले में वह चार साल से फरार था।

थानाधिकारी शिवलाल के अनुसार जालेली फौजदारा गांव निवासी अनिल बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई के सोपू ग्रुप से जुड़ा सदस्य है। उसके खिलाफ वर्ष 2020 में राजसमंद जिले के पुलिस स्टेशन चारभुजा में मादक पदार्थ तस्करी का मामला दर्ज हुआ था। तब से वह फरार था। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इस बीच, एंटी गैंगस्टर टॉस्क फोर्स के हेड कांस्टेबल राकेश जाखड़ को अनिल के जोधपुर में माता का थान क्षेत्र में होने की सूचना मिली। फोर्स ने तकनीकी पहलुओं से उस पर नजर रखी। तीन-चार दिन रैकी करने के बाद फोर्स ने माता का थान थाना पुलिस के साथ मिलकर मिरासी कॉलोनी में दबिश दी।

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रावत रेलवे फाटक के पास निरीक्षक सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में पुलिस ने दबिश देकर जालेली फौजदारा निवासी अनिल (40) पुत्र भंवरलाल बिश्नोई को पकड़ लिया। वह किसी से मिलने के लिए मिरासी कॉलोनी आया हुआ था। अनिल को माता का थाने लाया गया, जहां राजसमंद जिले की चारभुजा थाना पुलिस पहुंची और अनिल को पकडक़र ले गई। पुलिस का कहना है कि अनिल बिश्नोई पंजाब के कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई के सोपू ग्रुप से जुड़ा हुआ भी है।

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