राहुल गांधी का युवा और महिला चेहरा उतारने का फॉर्मूला जिले में काम आया है। जिले की 8 में से जो 6 सीटों पर नए चेहरों को टिकट दिया गया है। इनमें ओसियां और जोधपुर शहर से महिलाओं को मौका दिया गया है। 8 में से 3 प्रत्याशी युवा हैं, जिनकी उम्र 45 वर्ष से कम हैं।
——- सोशल इंजीनियरिंग : जातिगत गणित बिठाई जिले में एक सीट ब्राह्मण को देने की परम्परा रही है। यह सीट फलोदी से दे दी गई है। विश्नोई समाज में दो टिकट दिए गए हैं। एक लोहावट और एक लूणी है। जाट समाज का टिकट ओसियां से तय किया गया है। ओबीसी कार्ड जोधपुर शहर सीट से खेला गया है।
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वंशवाद : पहले पत्नी व मां और अब बेटा व बेटी को टिकट गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मलखान विश्नोई व महिपाल मदेरणा के परिवार के सदस्यों को टिकट दिया था। मलखान की बुजुर्ग मां अमरी देवी तो महिपाल मदरेणा की पत्नी लीला मदेरणा को टिकट मिला था। दोनों ही हार गए थे। वहीं इस बार कांग्रेस ने इसमें थोड़ा बदलाव किया। लूणी से मलखान विश्नोई के बेटे महेन्द्र विश्नोई तो ओसियां से महिपाल मदेरणा की बेटी दिव्या मदेरणा पर दावं खेला है।
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आधी दुनिया : दोनों पार्टियों में दो-दो महिला उम्मीदवार
भाजपा ने जहां जिले के दस विधानसभा सीटों पर दो महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है, वहीं कांग्रेस की पहली सूची में 8 में से 2 महिला प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा ने सूरसागर से सूर्याकांता व्यास और भोपालगढ़ से कमसा मेघवाल तो कांग्रेस ने जोधपुर शहर से मनीषा पंवार व ओसियां से दिव्या मदेरणा को उतारा है।
भाजपा ने जहां जिले के दस विधानसभा सीटों पर दो महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है, वहीं कांग्रेस की पहली सूची में 8 में से 2 महिला प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा ने सूरसागर से सूर्याकांता व्यास और भोपालगढ़ से कमसा मेघवाल तो कांग्रेस ने जोधपुर शहर से मनीषा पंवार व ओसियां से दिव्या मदेरणा को उतारा है।
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शेरगढ़ व सूरसागर ? भाजपा ने जहां एक बार में ही दस सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए थे, वहीं कांग्रेस ने मेराथन मशक्कत के बाद गुरुवार देर रात दस में आठ सीटों की घोषणा की। इसमें भी सूरसागर व शेरगढ़ सीट का नम्बर नहीं आ पाया। सूत्र बताते हैं कि सूरसागर सीट से काफी दावेदारों के नाम सामने आ रहे थे। ऐसे में नाम तय करने में कांग्रेस आलाकमान को पसीना छूट गया। एक कारण जातिगत समीकरण साधना भी रहा है। सूरसागर व फलौदी से मुस्लिम व ब्राह्नाण दावेदारों का नाम सामने आता रहा है। फलौदी से ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने के बाद अब सूरसागर से मुस्लिम प्रत्याशी के टिकट के कयास लगाए जा रहे है। यहां से सईद अंसारी व जेफू खां के पुत्र का नाम प्रमुखता से चल रहा है। कांग्रेस की पहली सूची में आठ में से एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं है। इधर शेरगढ़ में भाजपा ने बाबूसिंह राठौड़ को टिकट दिया है। जो जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस यहां मजबूत दावेदार तलाश रही है।
शेरगढ़ व सूरसागर ? भाजपा ने जहां एक बार में ही दस सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए थे, वहीं कांग्रेस ने मेराथन मशक्कत के बाद गुरुवार देर रात दस में आठ सीटों की घोषणा की। इसमें भी सूरसागर व शेरगढ़ सीट का नम्बर नहीं आ पाया। सूत्र बताते हैं कि सूरसागर सीट से काफी दावेदारों के नाम सामने आ रहे थे। ऐसे में नाम तय करने में कांग्रेस आलाकमान को पसीना छूट गया। एक कारण जातिगत समीकरण साधना भी रहा है। सूरसागर व फलौदी से मुस्लिम व ब्राह्नाण दावेदारों का नाम सामने आता रहा है। फलौदी से ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने के बाद अब सूरसागर से मुस्लिम प्रत्याशी के टिकट के कयास लगाए जा रहे है। यहां से सईद अंसारी व जेफू खां के पुत्र का नाम प्रमुखता से चल रहा है। कांग्रेस की पहली सूची में आठ में से एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं है। इधर शेरगढ़ में भाजपा ने बाबूसिंह राठौड़ को टिकट दिया है। जो जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस यहां मजबूत दावेदार तलाश रही है।