
साइबर ठगों ने आमजन से धोखाधड़ी करने का एक और नया तरीका खोज निकाला है।
जोधपुर। साइबर ठगों ने आमजन से धोखाधड़ी करने का एक और नया तरीका खोज निकाला है। वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन खाता के लिए आवश्यक जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने का झांसा देकर ओटीपी हासिल करके बैंक खाते खाली किए जा रहे हैं। ठगी के ऐसे मामले सामने आने के बाद मुम्बई व उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस की साइबर सैल ने अलर्ट मैसेज भी जारी किया है।
पेंशन धारक की हर जानकारी के साथ करते हैं कॉल
ठग गिरोह पेंशनधारक या वरिष्ठ नागारिक को कॉल कर जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने का झांसा देते हैं। ठगों के पास पेंशनधारक की नियुक्ति व सेवानिवृत्ति की तारीख, पीपीओ नम्बर, घर का पता, आधार कार्ड, ई-मेल आइडी, मासिक पेंशन, सेवानिवृत्ति पर प्राप्त राशि, नॉमिनी आदि के बारे में जानकारी होती है, जिन्हें वे पेंशनधारक को बताते हैं। इससे पेंशनधारक को भरोसा हो जाता है कि कॉल करने वाला पेंशन निदेशालय से है। फिर जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने का झांसा देकर पेंशन धारक के मोबाइल में ओटीपी भेजते हैं। झांसे में आने से वरिष्ठ नागरिक ओटीपी को ठग को बता देते हैं। ओटीपी मिलते ही ठग गिरोह सकिय हो जाते हैं। वे वरिष्ठ नागरिक के बैंक खाते को एक्सेस कर लेते हैं और उनमें जमा राशि को अपने किन्हीं फर्जी बैंक खातों या वॉलेट में ट्रांसफर कर खाता खाली कर देते हैं।
ठगी से बचने के लिए इन बातों का जरूर ध्यान रखें...
- जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट नहीं होता है। इसके लिए पेंशन ऑफिस या ई-मित्र जाना होगा, जहां अंगुलियां स्कैन करवाई जाएगी। यह साल में एक बार ही सब्मिट करना होता है। वरिष्ठ नागरिक ने जिस माह यह प्रमाण पत्र अपडेट कराया है अगले साल भी उसी महीने में फिर से अपडेट कराना होगा।
- कोई भी सरकारी विभाग दस्तावेज ऑनलाइन अपडेट करने के लिए किसी भी व्यक्ति को कॉल नहीं करता है। यदि किसी कारणवश दस्तावेज मिलान नहीं होते हैं तो खाते को फ्रीज कर दिया जाता है।
- पेंशन विभाग कोई भी दस्तावेज वीडियो कॉल पर सत्यापन नहीं करता है। नजदीकी ई-मित्र पर जाकर आधार कार्ड या अंगुली स्कैन करवानी होगी। उसी से जीवन प्रमाण पत्र अपडेट हो सकता है।
ऐसे कॉल या एसएमएस के झांसे में न आएं...
पेंशन के लिए जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपडेट करने का झांसा देकर वरिष्ठ नागरिकों से धोखाधड़ी की जा रही है। जीवन प्रमाण पत्र कभी भी ऑनलाइन अपडेट नहीं होता है। न ही इसके लिए कॉल किए जाते हैं। अपडेट करवाने के लिए पेंशन ऑफिस या ई-मित्र जाकर अंगुलियां स्कैन करवाने से ही अपडेट होता है। ऐसे में वरिष्ठ नागरिक ऐसे कॉल या एसएमएस के झांसे में न आएं।’
प्रिया सांखला, साइबर एक्सपर्ट, जोधपुर
Published on:
27 Sept 2023 10:42 am
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