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जोधपुर शहर के लिए खुशखबरी: बाड़मेर रोड, पाली रोड, जैसलमेर रोड और नागौर रोड पर होने वाला है ऐसा

Jodhpur News: जिस प्रकार से जोधपुर का विकास हो रहा है, उस लिहाज से अलग-अलग दिशाओं में अलग बिजनेस हब विकसित होंगे।

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Jodhpur News: चार अलग-अलग दिशाओं से चार प्रकार के उद्योगों का निवेश शहर में आ सकता है। राइजिंग राजस्थान के जो निवेश प्रस्ताव मिले थे, अब इनको धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। राज निवेश के साथ ही रीको व उद्योग विभाग ने सभी एमओयू करने वालों की साप्ताहिक अपडेट लेना शुरू किया है। जिस प्रकार से जोधपुर का विकास हो रहा है, उस लिहाज से अलग-अलग दिशाओं में अलग बिजनेस हब विकसित होंगे।

1. नागौर रोड : एग्रो हब

नागौर रोड यानि मंडोर औद्योगिक क्षेत्र, फिर आगे मथानिया, तिंवरी व ओसियां तक एग्रो हब विकसित हो सकता है। यहां मसाला, जीरा, मगज के साथ ही अन्य मसाला उद्योग लग सकते हैं। कई कोल्ड स्टोरेज यूनिट पहले से हैं और नई यूनिट भी आ सकती हैं।

2. जैसलमेर रोड : केरू में हैंडीक्राफ्ट हब

जैसलमेर रोड केरू के समीप जेडीए व रीको दोनों मिलकर औद्योगिक क्षेत्र विकसित कर रहे हैं। केरू हैंडीक्राफ्ट हब के साथ अन्य उद्योगों का भी हब बन सकता है। कल्चरल सिटी व स्टील बर्तन के लिए भी यहां हब बन सकता है।

3. पाली रोड : सोलर हब

पाली रोड, जहां सबसे बड़ा औद्योगिक निवेश आ सकता है। यहां जोधपुर-पाली औद्योगिक क्षेत्र के नाम से प्रोजेक्ट बन रहा है। यहां सोलर उपकरण बनाने की इंडस्ट्री के साथ ही कई अलग-अलग प्रकार के उद्योग लग सकते हैं। इसके साथ होटल इंडस्ट्री भी विकसित हो सकती है।

4. बालोतरा रोड : पेट्रो केमिकल व प्लास्टिक जोन

रिफाइनरी के प्रभाव से इस क्षेत्र में प्लास्टिक इंडस्ट्री व पेट्रो केमिकल जोन विकसित हो सकता है। यहां निवेश के लिए कई प्रस्ताव भी आए हैं। 500 करोड़ का पेट्रो जोन विकसित हो सकता है।

सरकार ने शुरू किया फॉलोअप

सरकार ने राइजिंग राजस्थान के तहत जो एमओयू किए थे, उनका फॉलोअप सिस्टम भी बनाया है। हर सप्ताह अब तक के प्रस्ताव पर प्रगति देखी जा रही है। रीको के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप दाधीच बताते हैं कि राज निवेश के साथ ही इंटरनल प्रोसेस से लगातार फॉलोअप दे रहे हैं।

जोधपुर में हुए 17 हजार करोड़ के निवेश

राइजिंग राजस्थान अभियान के तहत 17 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए थे। इन सभी को अगले चार साल में धरातल पर उतारना है। इससे 300 नई यूनिट व 40 हजार के रोजगार की उम्मीद है।

तिंवरी में शुरू हुआ काम

राइजिंग राजस्थान में जर्मन कंपनी अल्बाट्रॉस प्रोजेक्ट के 42 करोड़ रुपए के निवेश का प्रोजेक्ट धरातल पर आना शुरू हो चुका है। इससे वहां अन्य उद्योग भी लगेंगे। इसी प्रकार उम्मेद नगर के समीप किरमसरिया में पैकेजिंग यूनिट में भी 40 करोड़ के निवेश को धरातल पर उतारा जा रहा है।

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एक्सपर्ट व्यू

जिस सोच से साथ राइजिंग राजस्थान अभियान में भागीदारी की थी। वह काफी हद तक धरातल पर आने की उम्मीद है। जमीन आवंटन के साथ कलस्टर डवलपमेंट पर ध्यान देना चाहिए। जोधपुर में उद्योगों के कई विकल्प हैं और रोजगार के अवसर भी काफी आएंगे। रिफाइनरी से भी काफी उम्मीद है।
-महेश पुरोहित, राकेश दवे, निवेशक राइजिंग राजस्थान अभियान