पावटा चौराहे के निकट शाम को एक पेड़ दीवार पर गिर गया। इससे ढही दीवार के मलबे में दबने से तीन जनों की मौत हो गई व एक गंभीर घायल हो गया। गौरतलब है कि पिछले साल भी तेज बारिश के बाद नाले में बहने की अलग-अलग घटनाओं में चार जनों की मौत हो गई थी।
एयरफोर्स स्थित मौसम विभाग ने शाम 5.30 बजे तक 56 मिलीमीटर बरसात दर्ज की। पावटा क्षेत्र में इससे अधिक पानी बरसा। कलक्ट्रेट ने 70 मिमी बारिश मापी। लाल सागर स्थित जल संसाधन विभाग में 82 मिमी बारिश दर्ज हुई।
मण्डोर क्षेत्र में एक निजी स्टेशन ने 100 मिमी बारिश मापी। इसके बाद रुक-रुककर बरसात होती रही। शहर के ग्रामीण हिस्सों में भी हल्की से तेज बरसात हुई। लूणी में 31 मिमी पानी बरसा। झमाझम बारिश से कस्बा तरबतर हो गया।
देचू में 38 मिमी बारिश हुई। भोपालगढ़ में 12, ओसियां में 19, बालेसर व बावड़ी में दो-दो, शेरगढ़ में 8 और बापिणी में 7 मिमी बारिश मापी गई। चामू व बालेसर में भी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार अगले चौबीस घण्टे तक थार के कुछ पॉकेट्स में भारी बरसात की चेतावनी बरकरार है।
सड़कों पर बह रहे पानी से कई लोग सड़कों पर ही फंस गए। भीतरी शहर में बरसाती पानी का बहाव इस कदर तेज था कि कई दुपहिया वाहन पानी में बहने लगे। अजीत कॉलोनी में खड़ी दो कारें पानी में डूब गई।
पानी से शहर में चहुंओर आपदा जैसा नजारा दिखाई दिया। भीतरी शहर के बाजारों की कुुछ दुुकानों में भी पानी घुस गया। कुछ जगह पेड़ भी गिर गए। पुलिस लाइन में पानी भरने से भी परेशानी बढ़ गई। रेलवे स्टेशन के बाहर तेज गति से पानी बहा और चारों तरफ पानी भर गया। रेलवे स्टेशन पर रेल पटरियां पानी में डूब गई।