
Indian Railway News: रेलवे ने ट्रेनों में फर्जी जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को पकड़ने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक अत्याधुनिक ऐप लॉन्च किया है। पिछले कुछ समय से ट्रेनों में फर्जी और कंप्यूटर से एडिट किए गए टिकटों पर यात्रा करने के मामले सामने आ रहे थे। ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए सेंटर फोर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम (क्रिस) ने अत्याधुनिक टीटीई ऐप विकसित कर इसका लिंक देशभर के टिकट चैकिंग स्टाफ को जारी किया है।
रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के टिकट चैकिंग स्टाफ को इस ऐप को डाउनलोड करने और इसका प्रयोग तत्काल प्रभाव से शुरू करने की मंजूरी दी है। क्रिस की क्षेत्रीय टीमों ने यूटीएस टिकटों के ऑनलाइन सत्यापन के लिए इसी वर्ष फरवरी 2024 में टीटीई ऐप का नया संस्करण टिकट चैकिंग स्टाफ के साथ साझा किया था। जोधपुर मंडल में करीब 300 टीटीई के मोबाइल में इस ऐप को डाउनलोड कर प्रयोग में लाने के निर्देश दिए हैं।
ऐप के कलर चेक मीनू के विकल्प से भी टिकट की वैधता जांची जा सकेगी। मोबाइल स्क्रीन पर दिखाए जाने वाली यूटीएस टिकट का कलर रेलवे के उस दिन के मोबाइल यूटीएस टिकटों के लिए निर्धारित कलर से भिन्न दिखाई देने पर अवैध टिकट तुरंत पकड़ में आ जाएगा।
अनारक्षित टिकट की वैधता जांचने के लिए टीटीई एप में रीड मोबाइल टिकट, क्यूआर कोड, यूटीएस नंबर, रीड पेपर, टिकट रीड, क्यूआर कोड व चैक कलर के चार ऑप्शन रहेंगे। इससे टिकट अगर अनियमित होता है अथवा उसमें छेड़छाड़ की गई है, तो चंद सैकंड में ही पकड़ में आ जाएगा। टीटीई एप में अनारक्षित टिकट (यूटीएस) का नंबर फीड करने और सर्वर से विवरण सत्यापित करने का विकल्प उपलब्ध है। इसके अलावा एप में पेपर टिकट पर मुद्रित इंक्रिप्टेड क्यूआर कोड से स्कैन करके भी जांचने का विकल्प है।
क्रिस की ओर से विकसित टीटीई मोबाइल ऐप जोधपुर मण्डल के 300 टीटीई को डाउनलोड कर इसका उपयोग शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इससे फर्जी टिकट पर यात्रा करने वालों पर अंकुश लगेगा।
Published on:
13 Sept 2024 08:20 am
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