एक महीने पहले दिल्ली से खरीदी थी कार:
थानाधिकारी ईश्वरचंद पारीक ने बताया कि आरोपी शंकर और राकेश ने एक महीने पहले दिल्ली से कार खरीदी थी। तब शंकर ने गुड्डी को बता दिया था कि यह कार रमेश की हत्या के लिए खरीदी है। गत सोमवार सुबह मौसेरी बहन को पटवारी ज्वॉइनिंग कराने के लिए रमेश मोटरसाइकिल लेकर घर से रवाना हुआ था। तभी उसकी पत्नी गुड्डी ने प्रेमी शंकर को मैसेज करके सूचित कर दिया था। शंकर ने कार लेकर तैयार खड़े रमेश को बता दिया था। फिर वह खुद रमेश की रैकी करने लगा और रमेश को रास्ते के बारे में बताते चला गया था। सर गांव रोड पर सुनसान जगह पहुंचते ही रमेश ने कार से बाइक सवार भाई-बहन को कुचल दिया था।
जोधपुर में भाई-बहन का मर्डर, सामने आई चौंकाने वाली बात, हत्यारों ने कुचल दिए कविता के सपने
रमेश और कविता के घर में पसरा मौतम:
रमेश और कविता की असयम मौत के बाद दोनों के घर में मातम पसरा हुआ है। हत्याकांड के विरोध में पटेल समाज के लोग विभिन्न मांगों को लेकर एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हुए थे। तीन आरोपियों की गिरफ्तारी, केस ऑफिसर स्कीम में हत्या की जांच, मृतक के आश्रित को पांच-पांच लाख रुपए पर सहमति बनी। साथ ही एक-एक आश्रित को नौकरी के लिए प्रशासन ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था। तब सहमति बनी और बुधवार को मेडिकल बोर्ड से दोनों शव के पोस्टमार्टम कराए गए। बाद में कड़ी सुरक्षा में अंतिम संस्कार भी किए गए।