
fake note case: पॉश कॉलोनी शास्त्रीनगर सेक्टर-सी में 3.21 करोड़ रुपए में मकान खरीदने के बदले 1.74 करोड़ के नकली नोट देने के मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों को सरदारपुरा थाना पुलिस ने रविवार को रिमाण्ड लिया। अब तक की जांच में सामने आया कि नकली नोट बनाने के मुख्य आरोपी के साथ-साथ कुछ और लोग भी शामिल थे। जो अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं। इनको पकड़ने के लिए पुलिस कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) नरेन्द्र दायमा ने बताया कि प्रकरण में गिरफ्तार नागौर जिले के श्रीबालाजी गांव निवासी हनुवंतसिंह (49) पुत्र पन्नेसिंह, गंगाणा में अरिहंत आदित्य निवासी संजय शाह (45) पुत्र पदमचंद जैन, रातानाडा में हनुवंत नगर निवासी हेमंत (49) पुत्र लूणकरण कांकरिया और पाल गांव में देवासियों का बास निवासी भागीरथ उर्फ भगाराम (40) पुत्र मोडाराम देवासी को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से इन्हें आठ-आठ दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि सीआइडी सीबी के एएसपी चैनसिंह महेचा की सूचना पर गत 10 नवम्बर को शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने कल्पतरू क्षेत्र में एक लग्जरी कार से 1.97 करोड़ की राशि पकड़ी थी। जांच करने पर इनमें से 1.74 करोड़ नकली नोट पाए गए थे। पुलिस जांच में सामने आया कि संजय शाह ने भागीरथ उर्फ भगाराम देवासी और एक अन्य व्यक्ति की मदद से सांगरिया में नकली नोट बनाए थे। पांच-पांच सौ के असली नोट को स्कैनर पर स्कैन करने के बाद रंगीन प्रिंटर पर प्रिंट निकाले गए थे। जब्त नकली नोटों में ऐसे अनेक नोट भी हैं जिनके सीरियल नम्बर एक समान ही हैं। यानि ऑरिजनल नोटों को स्कैन करके रंगीन प्रिंटर से प्रिंट निकाले गए थे। पुलिस ने यह प्रिंटर और अन्य सामग्री जब्त की है। नकली नोट बनाने के लिए संजय शाह ने अन्य दोनों को करीब दो लाख रुपए दिए थे।
पुलिस को भ्रमित कर सांचौर भेज दिया
पूछताछ के दौरान आरोपी भागीरथ ने सांचौर में रहने वाले एक व्यक्ति की भी भूमिका होने की जानकारी दी थी। पुलिस का एक दल तुरंत सांचौर भेजकर उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया था। उसे जोधपुर लाकर पूछताछ की गई तो उसकी कोई भूमिका न होने का पता लगा था।
Published on:
13 Nov 2023 11:36 am
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