अधिकांश श्रेणी में जोधपुर अव्वल
क्वालिटी ऑफ लाइफ: इस मामले में जोधपुर (41) हालांकि रैंक में जयपुर (23) के मुकाबले पीछे है।
आर्थिक सक्षमता श्रेणी में भी जोधपुर को 32वीं व जयपुर को 13वां व कोटा को 42वीं रैंक मिली है।
स्थिरता के मामले में जोधपुर जयपुर व कोटा से कहीं आगे है। इस श्रेणी में जोधपुर को 21 तो जयपुर व कोटा को क्रमश: 40 व 48वीं रैंक मिली है। सिटीजन परसेप्शन श्रेणी में जोधपुर की पूरे देश में दूसरी रैंक है। जबकि कोटा को 19वीं व जयपुर को 24वीं रैंक मिली है। ओवरऑल जोधपुर 21वीं रैंक के साथ प्रदेश का सबसे बेहतरीन शहर साबित हुआ है।
म्युनिसिपल परफॉरमेंस मामले में जोधपुर को ओवरऑल 46वीं रैंक
म्युनिसिपल परफोरमेंस के मामले में जोधपुर को ओवरऑल 46वीं रैंक मिली है। इस मामले में जयपुर 19 व कोटा 50वें स्थान पर रहा। इसमें जोधपुर का प्रदर्शन सेवाओं के मामले में बेहतर रहा और उसे 56.37 स्कोर के साथ 24वीं रैंक मिली, लेकिन तकनीक (50), आयोजना (45), गवर्नेंस (41) के मामले में सूर्यनगरी पिछड़ी हुई नजर आई। वित्त मामले में भी जोधपुर को 35वीं रैंक ही मिल सकी।
बेंगलुरू देश में टॉप पर
-ईज ऑफ लिविंग की जारी सूची में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में बेंगलुरू टॉप पर है तो दस लाख से कम आबादी वाले शहरों में शिमला ने बाजी मारी है। इस सर्वे में शहरों में यह देखा जाता है कि इनमें रहने की गुणवत्ता किस स्तर की है, साथ ही जो विकास के काम किए गए हैं उनका लोगों के जीवन पर क्या असर पड़ रहा है और पड़ा है। इस सर्वे में 32 लाख 20 हजार लोगों ने अपनी राय दी।