दरअसल, सूरसागर में उपद्रव के बाद शनिवार सुबह पुलिस कमिश्नर अशोक राठौड़ क्षेत्र का दौरा कर जायजा ले रहे थे। भाजपा पदाधिकारी भी पीडि़तों से बात कर के हालात की जानकारी ले रहे थे। तब भाजपा के शहर जिला महामंत्री सुरेश लोढ़ा ने एडीसीपी विपिन शर्मा से शिकायत के लहजे में बात की। शर्मा ने उनकी बात पर गौर नहीं किया और लोढ़ा को वहां से हटाने लगे। भाजयुमो के जिलाध्यक्ष महेंद्र पंवार ने बीचबचाव किया।
इसके थोड़ी देर बाद भाजपा पदाधिकारियों ने पुलिस कमिश्नर से बात करने का प्रयास किया, लेकिन संभवत: उन पर
ध्यान नहीं दिया। फिर जब स्थानीय विधायक सूर्यकांता व्यास मौके पर पहुंची और पुलिस कमिश्नर से बात करने लगीं। तब भाजपा पदाधिकारियों ने विधायक से पुलिस कमिश्नर के बारे में शिकायती लहजे में बात की। विधायक ने कहा कि प्रशासन नहीं सुनेगा तो कौन सुनेगा।
तभी पुलिस कमिश्नर राठौड़ बोले, ‘पुलिस अपना काम कर रही है। ठीक कर दूंगा एक मिनट में, समझे ना? किसी फूंक में रहना मत।’ यह सुन कर विधायक और उनके साथ मौजूद भाजपा पदाधिकारी सन्न रह गए। इस पर मंत्रियों व अधिकारियों से हमेशा अधिकारपूर्वक बातचीत करने वाली विधायक भी कुछ बोल नहीं पाई। फिर भाजपा पदाधिकारियों को घूरते हुए धीमी रफ्तार से पुलिस कमिश्नर वहां से सरकारी कार की तरफ बढ़ गए।
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