पॉलीथिन बैग में प्रसाद लेकर आना भी निषेध रहेगा। मेहरानगढ़ के निदेशक करणीसिंह जसोल ने बताया कि घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 8:28 से 10:15 के बीच रहेगा। जोधपुर राजपरिवार की इष्ट देवी माँ चामुण्डा की पूजा अर्चना करने के लिए महाराजा श्री गजसिंहजी, महारानी श्रीमती हेमलता राज्ये उपस्थित रहेंगे। श्री घनष्याम त्रिवेदी ब्रह्म मुहूत्र्त में माँ चामुण्डा, माँ कालकाजी, माँ सरस्वती एवं बेच्छराजजी की मूर्तियों को पवित्र जल से स्नान करायेंगे और लाल रंग की कोर तुर्रियां लगी पोषाक धारण करवायेंगे। प्रात: काल मंदिर के षिखर मुख्य ध्वजा चढ़ाई जायेगी और चारों दिषाओं में छोटी ध्वजाएं चढ़ाई जायेगी।
मुहूर्त अनुसार थापना (Navaratri 2019: Chaitra Navratri Kalash Sthapana) श्री चामुण्डा मंदिर के पास ‘उपासनालय’ कक्ष में नौ वेदपाठी ब्राह्मण स्थापना से रामनवमी (दिनांक 06.04.2014 से 14.04.2019) तक दुर्गापाठ का वाचन करेंगे। नवरात्रि के अंतिम दिन से पूर्व होमाष्टमी दिनांक 13 अप्रैल 2019 की रात हवन प्रारंभ किया जायेगा जिसकी पूर्ण आहुति नवमी दिनांक 14 अप्रैल 2019 को प्रात: 09:15 से 09.30 बजे के बीच में महाराजा गजसिंहजी एवं महारानी श्रीमती हेमलता राज्ये द्वारा की जायेगी। नवमी 14.04.2019 को तिलक आरती दोपहर 12.05 से 12:15 के बीच होगी और तत्पश्चात् दोपहर 12.15 से 12.30 के बीच थापना जी के उत्थापना का मुहूत्र्त होगा।
पंक्तिबद्ध व्यवस्था एवं डी.एफ.एम.डी. गेट से प्रवेश प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी प्रषासन के सुझावानुसार सभी व्यवस्थाओं को अन्तिम रूप दिया गया है। जयपोल के बाहर से ही एक पंक्ति में लाईनों की व्यवस्था की गई जो मंदिर तक रहेगी तथा डी.एफ.एम.डी. गेट से ही जयपोल व फतेहपोल से दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जायेगा। पट्टे पर महिलाओं, बच्चों एवं वृद्धजनों के लिये आने-जाने की व्यवस्था की गई है वे वहीं से जाएंगे और वहीं से आएंगे। इसी प्रकार पुरुषों एवं युवाओं के लिये सलीम कोट से होते हुए बसन्त सागर से आने-जाने की व्यवस्था की गई है। इन सभी स्थानों पर बेरिकेड्स लगाने का कार्य सम्पन्न किया जा रहा है।
प्रसाद चढ़ाने की व्यवस्था अलग से
प्रशासन के सुझावानुसार प्रसाद चढ़ाने के लिए बसन्त सागर पर महामृत्युंजय मूर्ति वाले मार्ग पर पुरुषों के लिए एवं प_े पर महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। नारियल बड़ा करने के लिये महिलाओं के लिए पट्टे पर ही व्यवस्था की गई है और पुरुषों के लिये बसन्त सागर के पास व्यवस्था की गई है। प्रशासन के सुझाव पर सभी दर्शनार्थियों से निवेदन किया जा रहा है कि वे पानी वाले नारियल के स्थान पर गोटे वाले प्रसाद लेकर आएं जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा ना हो। प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी मंदिर परिसर में परिक्रमा वर्जित रहेगी यह निर्णय वहां पर कम-से-कम दर्शनार्थियों को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है। जिससे वे केवल दर्शन कर वापस लौट सकें। मंदिर दर्शन -जयपोल व फतेहपोल के द्वार प्रशासन के सुझावानुसार प्रात: 7.00 बजे खोले जाएंगे जो सायं 5.00 बजे तक मंदिर के पट (द्वार) दर्शनार्थ हेतु खुले रहेंगे। इस हेतु मंदिर दर्शन प्रात: 7.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक ही किये जा सकेंगे। उसके बाद प्रवेश निषेध रहेगा।
पॉलिथीन में प्रसाद लाना वर्जित प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पॉलिथीन में प्रसाद का उपयोग वर्जित रखा गया है तथा साथ ही दर्षनार्थियों से निवेदन किया जा रहा है कि वे कैरी बैग (हैंगिग बैग व थेले) इत्यादि अपने साथ नहीं लावें।
शराब पीकर आना व साथ लाने पर प्रवेश निषेध प्रशासन के निर्देषानुसार नवरात्रि के दौरान प्रथम दिवस से अंतिम दिवस तक दर्शनार्थियों को शराब को साथ लाना व शराब पीकर प्रवेश करना निषेध रहेगा।
सुरक्षा व्यवस्था हेतु सी.सी.टी. कैमरों की व्यवस्था व कण्ट्रोल रूम जयपोल से चामुण्डा माताजी मंदिर परिसर तक अलग-अलग स्थानों पर सी.सी. कैमरे लगाये गये है जो विभिन्न स्थानों पर दर्शनार्थियों की सुविधा और व्यवस्थाओं पर कड़ी नजर रखेंगे। इसके साथ ही कण्ट्रोल रूम की भी स्थापना की गयी है। जहां से महिला एवं पुरुष दर्शनार्थियों को दर्शन हेतु निर्देश पब्लिक एड्रेस सिस्टम पर दिये जायेंगे।
पीने के पानी, बिजली की सुविधा पानी के प्याऊ की व्यवस्था जयपोल के बाहर, डेढ़ कंगुरा पोल के पास, महिलाओं के लिए पट्टे पर एवं पुरुषों के लिए सलीम कोट मैदान पर की गई है। उन्होंने बताया कि बिजली की व्यवस्था सभी स्थानों पर सुनिष्चित कर दी गई है तथा जनरेटर की भी व्यवस्था रहेगी जो पूरे 24 घण्टे रहेगा और बिजलीकर्मियों की नियुक्ति भी निर्देषानुसार कर दी गई है। ट्रस्ट के सुरक्षाकर्मी भी स्थान-स्थान पर अपनी ड्युटी देंगे तथा प्रषासन व पुलिस के कर्मचारियों के साथ सहयोग करेंगे।
एम्बुलेंस व फायर बिग्रेड की व्यवस्था प्रशासन की ओर से एम्बुलेंस और फायर बिग्रेड की व्यवस्था भी की जा रही है जो जयपोल के बाहर तैनात रहेगी। इसी प्रकार ट्रस्ट की ओर से भी एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी तथा एक एम्बुलेंस ऊपर पट्टे के पास भी तैनात रहेगी। इसी प्रकार चिकित्सा सेवाओं में ट्रस्ट की तरफ से डॉक्टर एवं कम्पाउडर की नियुक्ति कर दी गई है जो नवरात्रा के दौरान सभी आवश्यक उपकरणों एवं मेडिकल सुविधाओं की व्यवस्थाओं के साथ उपस्थित रहेंगे। आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होने पर लिफ्ट सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
आर्य समाज की स्थापना दिवसमगरा पूँजला स्थित आर्यसमाज मन्दिर महर्शि पाणिनिनगर द्वारा भारतीय नूतनवर्श की पूर्व वैला पर हिन्दू शरणार्थियों के बीच यज्ञ का अयोजन किया जायेगा। Read Latest
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