6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Operation Sindoor: टैंक रेजिमेंट के साथ राजस्थान बॉर्डर पर आ गई थी पाकिस्तानी फौज, जानिए फिर क्या हुआ था ?

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार बीएसएफ ने की मीडिया ब्रीफिंग, फलोदी एयरबेस को टारगेट करने 150 किमी तक अंदर आई पाक की चाइनीज मिसाइलें, हवा में ही ध्वस्त

2 min read
Google source verification
Operation Sindoor

बीएसएफ आईजी एमएल गर्ग (फोटो- पत्रिका)

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार सोमवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) राजस्थान फ्रंटियर के अधिकारी जोधपुर मुख्यालय में मीडिया से रू-ब-रू हुए। बीएसएफ राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आइजी) एमएल गर्ग ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दरम्यान पाकिस्तान के आर्मी टैंक रेजिमेंट के साथ राजस्थान बॉर्डर पर आ गए थे, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों के डर से राजस्थान बॉर्डर पर एक भी आर्टिलरी फायर नहीं किया।

गौरतलब है कि पाक आर्मी ने जम्मू कश्मीर में एलओसी पर भारी गोलाबारी की थी। ऐसा पहली बार हुआ कि बॉर्डर पर फ्रंट लाइन पर बीएसएफ के साथ आर्मी और एयरफोर्स दोनों खड़ी रही। सीजफायर के बावजूद अभी भी तीनों सुरक्षा बल बॉर्डर पर तैनात हैं।

पाकिस्तान ने गांव खाली कराए

आइजी गर्ग बोले कि पाकिस्तान ने युद्ध के डर से अपने बॉर्डर से लगते कई गांव खाली करा दिए थे, लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया। गांव वालों को अपने साथ रखा। पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल फायरिंग में राजस्थान में एक भी नागरिक हताहत नहीं हुआ। केवल छोटे मोटे मकान ही टूटे थे।

पाक के 413 ड्रोन मार किराए, मिसाइलें भी ध्वस्त

आइजी गर्ग ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से श्रीगंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर बॉर्डर पर 413 ड्रोन अटैक हुए। ये सुसाइड, सर्विलांस सहित अन्य प्रकार के ड्रोन थे, जिन्हें बीएसएफ, आर्मी और एयरफोर्स ने संयुक्त रूप से मार गिराया। बीएसएफ की एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी भी काफी मददगार रही। पाकिस्तान की ओर से कई चीनी मिसाइलें भी दागी गई, जिन्हें हवा में ही ध्वस्त कर दिया गया। कुछ मिसाइल राजस्थान बॉर्डर के डेढ़ सौ किलोमीटर तक अंदर आ गई। इनका टारगेट फलोदी एयरबेस था।

यह वीडियो भी देखें

ड्रोन का नया वारफेयर, पहले केवल स्मगलिंग

आइजी ने बताया कि पाकिस्तान के साथ झड़प में मॉडर्न वारफेयर सामने आया। पहले ड्रोन केवल स्मगलिंग के लिए आते थे, लेकिन इस बार आए ड्रोन बहुत घातक थे। जिसमें मिसाइल अटैक, सुसाइड ड्रोन और सर्विलांस जैसे ड्रोन शामिल थे।

साइबर अटैक खूब हुए, जासूसी गतिविधियां भी तेज हुई

ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की ओर से भारत में कई साइबर अटैक किए गए थ, जिन्हें भारत की ओर से सफलतापूर्वक फेल कर दिया गया। बीएसएफ की इंटेलिजेंस विंग ने पाकिस्तान के कई साइबर हमलों को नाकाम किया। इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से जासूसी गतिविधियों में भी तेजी आ गई थी

यह भी पढ़ें-‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब स्वीट स्ट्राइक, ‘स्वर्ण भस्म पाक’ बना ‘स्वर्ण भस्म भारत’…जयपुर में क्यों छिड़ी मुहिम?