यूनेस्को की सहायता से आयोज्य इस कार्यक्रम में इस बार देश की ख्यातनाम शास्त्रीय गायिका शुभा मुद्गल, दक्षिण अफ्रीका के ग्रेमी अवार्ड विजेता म्यूजिशियन और कम्पोजर वाउटर कैैलरमेन के अलावा ईरान, आस्ट्रेलिया व पुर्तगाली कलाकारों के साथ ही राजस्थान के लंगा मांगणियार, कश्मीर के सूफी गायक, सितारवादक मरहूम उस्ताद विलायत खान के पुत्र हिदायत हुसैन खान विशेष आकर्षण होंगे। सभी कलाकार मेहरानगढ़ दुर्ग, जसवंत थड़ा और राव जोधा डेजर्ट व रॉक पार्क में प्रस्तुति देंगे।
कार्यक्रम की अधिकृत वेबसाइट के अनुसार इस कार्यक्रम के लिए प्रति वर्ष देश-विदेश के सैकड़ों सैलानी करीब एक सप्ताह तक सूर्यनगरी में रहते हैं। ख्यातनाम शास्त्रीय गायिका शुभा मुद्गल पहली बार फेस्टिवल में ‘बारह मासा पेश करेंगी। ग्रैमी अवार्ड के दो बार नॉमिनेट साउथ अफ्रीका व एक बार बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर नवाजे गए म्यूजिशियन वाउटर कैलरमेन अपने साथी कम्पोजर के साथ वेस्टर्न और राजस्थानी संगीतकारों के साथ लोक संगी का जादू बिखेरेंगे। कश्मीरी सूफी गायक शफी सोपोरी, तेहरान के गायक, संगीतकार, गीतकार माकन अश्गवारी पर्शियन संगीत से रूबरू कराएंगे।
पुर्तगाल के फेडिस्ता संगीतकार अन्ना पिन्हाल, लॉस एंजेल्स के डीजे प्लेयर जोस मार्कर वेस्टर्न व बीट नंम्बर से क्लब मेहरान में देर रात्रि तक देशी विदेशी संगीत रसिकों को थिरकने पर मजबूर कर देंगे। इनके अलावा आस्ट्रेलिया के म्यूजिशियन बुश गोथिक, जेन पीटरसन भी ‘रिफ के मुख्य रशलर होंगे। समारोह का जसवंत थड़ा पर 28 अक्टूबर को अलसुबह मशहूर गायिका विद्याराव के निर्गुण भक्ति संगीत की प्रस्तुति के साथ समापन होगा।