
Rajasthan News: भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीके चौधरी ने कहा कि तेजस का उत्पादन बढ़ाने के लिए देश में मल्टीपल प्रोडक्शन लाइन के साथ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप की जरूरत है, जिससे घरेलू जरूरत पूरा करने के साथ तेजस का निर्यात भी किया जा सके। तेजस का उत्पादन बढ़ाने की योजना को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने गेंद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के पाले में डाल दी।
तरंगशक्ति युद्धाभ्यास के तहत गुरुवार को जोधपुर वायुसेना स्टेशन पर भारतीय वायुसेना अध्यक्ष सहित आठ अन्य देशों अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, ग्रीस, श्रीलंका, सूरीनाम, अर्जेंटीना और आर्मेनिया के एयर चीफ या वाइस चीफ ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एयरचीफ मार्शल चौधरी ने तेजस का उत्पादन बढ़ाने की जरूर बताई। गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने एचएएल को अब तक 180 तेजस की खरीद ऑर्डर दिया है लेकिन एचएएल वर्तमान में केवल 40 तेजस की ही आपूर्ति कर सका है। युद्धाभ्यास 14 सितंबर तक चलेगा। इसमें 21 देश ऑब्जर्वर व 7 देश लड़ाकू विमान के साथ भाग ले रहे हैं।
अमरीका और ऑस्ट्रेलिया की एयरफोर्स अपने पुराने लड़ाकू विमान के साथ युद्धाभ्यास में भाग ले रही हैं। अमरीकी एयरफोर्स के डिप्टी के मेजर जनरल डेविड से जब पूछा गया कि क्या वे अपने ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट ए-10 को बदलने जा रहे हैं? डेविड बोले कि अगले 3 से 5 साल में ए-10 को पांचवीं पीढ़ी के एफ-35 से बदल दिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमरीकी एयरफोर्स के डिप्टी चीफ मेजर जनरल डेविड ए पीफ्रेल्स ने भारत को एक बार फिर से लड़ाकू विमान एफ-16 देने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि यह भारत पर निर्भर है कि वह एफ-16 खरीदना चाहता है या नहीं। गौरतलब है कि अमरीका ने वर्ष 2008 मे ही भारत को एफ-16 बेचने का ऑफर दिया था।
Updated on:
13 Sept 2024 07:31 am
Published on:
13 Sept 2024 07:30 am
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