7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जातरुओं के लिए चलेगी बसें तो आम यात्रियों को नहीं मिलेगी सुविधा !

राज्य सरकार के आदेशानुसार, प्रदेश के सभी प्रमुख मेलों के दौरान यात्रियों को मुख्य मेला अवधि के दौरान 50 फीसदी रियायत के साथ यात्रा करवाई जाएगी

2 min read
Google source verification
roadways_bus.jpg

जोधपुर। राजस्थान के प्रसिद्ध लोक देवता बाबा रामदेवरा के मेले के लिए जातरुओं ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। वहीं, रोडवेज के लिए जातरुओं को बाबा के दर्शन कराना किसी परीक्षा से कम नहीं होगा। एक तरफ जहां रोडवेज कम बसों के साथ रामदेवरा के लिए यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ ही स्पेशल बसों की संख्या बढ़ाएगा, वहीं इसका असर अन्य आम यात्रियों पर पड़ेगा। आम यात्रियों को रूटीन बसें मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, रोडवेज प्रबंधन मेले के दौरान कम आय वाले रुटों पर बसों का संचालन बंद या बसों की संचालन अवधि कम कर सकता है।

यह भी पढ़ें- IMD Rain Alert: इस दिन लौट कर आने वाला है मानसून, शुरु होगा झमाझम बारिश का दौर, नया अपडेट जारी


बसें 100, मेले के दौरान दौड़ेगी 50 से ज्यादा

रोडवेज जोधपुर डिपो में करीब 100 बसें है। वर्तमान में रामदेवरा के लिए 2 बसों का संचालन हो रहा है। मेला नजदीक आने व परवान चढ़ने पर यात्रीभार बढ़ने से यह आंकड़ा 50 से ज्यादा हो जाएगा। इससे रोडवेज को अच्छी खासी आय होगी। मेले के दौरान बसों की संख्या कम होने पर रोडवेज बाड़मेर, पाली, फलोदी, जैसलमेर, फालना, सिरोही, जालोर आदि डिपो से बसें मंगवाएगा।

यह भी पढ़ें- IMD Monsoon Alert: आखिरकार मानसून ने दिया बड़ा झटका, इतने दिनों का लगा ब्रेक, सामने आई बड़ी जानकारी


पहली बार यात्री करेंगे आधे किराए में सफर

राज्य सरकार के आदेशानुसार, प्रदेश के सभी प्रमुख मेलों के दौरान यात्रियों को मुख्य मेला अवधि के दौरान 50 फीसदी रियायत के साथ यात्रा करवाई जाएगी। इसके तहत, रामदेवरा के मेले में पहली बार यात्रियों को आधे किराए में सफर का आनंद मिलेगा। रोडवेज प्रबंधन में सभी रूट्स के लिए न तो पर्याप्त बसों का बेड़ा है न ही अन्य संसाधन। सरकार रोडवेज के बेड़े कमी के साथ धीरे-धीरे रोडवेज रूट्स में भी कमी कर रही है। वर्ष 2004 में निगम में 25 हजार से अधिक नियमित कर्मचारी व करीब 5 हजार से अधिक बसों का बेड़ा हुआ करता था। लेकिन सरकार ने 2013-14 के बाद नई भर्ती नहीं निकाली, ऐसे में वर्तमान में प्रदेश में केवल 12 हजार कर्मचारी ही कार्यरत है। इससे बसों का संचालन भी प्रभावित हो रहा है।

रामदेवरा मेले में यात्रियों के लिए पर्याप्त बसों की व्यवस्था का प्रयास रहेगा । वहीं, अन्य डिपो की बसों को भी लगाया जाएगा। ताकि रामदेवरा यात्रियों व अन्य यात्रियों को दुविधा न हो।

उम्मेदसिंह, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज जोधपुर