एसीबी की जांच में खुलासा हु्आ है कि हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में तीन ज्वैलरी शोरूम हैं। इसके अलावा बासनी में भी उसकी एक कपड़ा फैक्ट्री होने का पता चला है। साथ ही बोथरा के बंगले की कीमत तीन करोड़ रुपए बताई जा रही है।
बासनी पुलिस थाने में बजरी माफिया के साथ गठजोड़ लंबे समय से चल रहा था। इस थाने से होकर निकलने वाले बजरी के डंपर संचालकों के प्रति माह हजारों रुपए वसूल किए जा रहे थे। पुलिस को बंधी नहीं देने वाले डंपरों को पकड़ लिया जाता था। इसके बाीद उनसे मोटी रकम वसूल कर छोड़ा जाता था। साथ ही सभी डंपर संचालकों को मासिक बंधी देने को मजबूर किया जा रहा था।इसके अलावा बासनी में भी उसकी एक कपड़ा फैक्ट्री होने का पता चला है। साथ ही बोथरा के बंगले की कीमत तीन करोड़ रुपए बताई जा रही है।
बासनी पुलिस थाने में बजरी माफिया के साथ गठजोड़ लंबे समय से चल रहा था। इस थाने से होकर निकलने वाले बजरी के डंपर संचालकों के प्रति माह हजारों रुपए वसूल किए जा रहे थे। पुलिस को बंधी नहीं देने वाले डंपरों को पकड़ लिया जाता था। इसके बाीद उनसे मोटी रकम वसूल कर छोड़ा जाता था। साथ ही सभी डंपर संचालकों को मासिक बंधी देने को मजबूर किया जा रहा था।
पुलिस-बजरी माफिया के बीच गठजोड़ के उजागर होने के बाद इतना तय है कि एसीबी बोथरा को गिरफ्तार कर पूछताछ करेगी। इससे बचने के लिए बोथरा भूमिगत हो गया। रिश्वत लेते पकड़े गए थानेदार गजेन्द्र सिंह ने एसीबी के समक्ष बोथरा के कई राज उजागर किए है। ऐसे में अब उसका बच पाना मुश्किल है।