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इस गांव में 4 वर्षों में मुर्दे खा रहे लाखों का सरकारी राशन, जानकर उड़ जाएंगे होश

locationकांकेरPublished: Aug 06, 2019 09:59:25 pm

Submitted by:

CG Desk

जिम्मेदार बताते हुए 1.52 लाख की वसूली के लिए आदेश जारी किया गया है।

 राशन

इस गांव में 4 वर्षों में मुर्दे खा रहे लाखों का सरकारी राशन, जानकर उड़ जाएंगे होश

कांकेर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गरीबों के लिए चलाए जा रहे पीडीएस दुकान का एक अलग मामला सामने आया है। प्रदेश के कांकेर अंतर्गत कोरर की पीडीएस दुकान में वर्षों से सरकारी राशन मुर्दों को वितरित करने का मामला उजागर हुआ है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे पीडीएस दुकान का लोकल स्तर पर कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक की मनमानी और मिलीभगत की आशंका भी जताई जा रही है।

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क्या है मामला
दरअसल चार साल पहले जिन राशन कार्डधारियों की मौत हो चुकी थी, उनके नाम पर आज भी नियममित राशन निकल रहा था। सहायक खाद्य अधिकारी को जब इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली तो लगी तो वह जांच के लिए पहुंच गए। जांच में जिन नौ लोगों का नाम सामने आया, उनमें से अधिकांश लोगों की 2016 में ही मौत हो चुकी थी। कुछ लोगों के नाम पर राशन निकल रहा था पर उन्हें नहीं मिल रहा था। एक हितग्राही एक साल पहले पलायन कर गया था, फिर भी उनके नाम पर हर माह राशन निकल रहा था। जांच से विभाग में हड़कम्प मचा है। बता दें कि एक माह से राशन कार्ड के लिए नवीनीकरण और आधार कार्ड से लिंक करने का अभियान चल रहा है।

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ऐसे हुआ मामला उजागर
आधार कार्ड से लिंक के दौरान यह मामला उजागर हुआ। दो लोगों के नाम पर राशन कार्ड तो बना था और राशन भी निकल रहा था पर उन्हें नहीं मिल रहा था। एक हितग्राही पलायन होने के बाद भी पीडीएस संचालक राशन निकाल रहा था। ऐसे में नौ मुर्दों के नाम पर कोरर में 49.35 क्विंटल चावल, 3.35 क्विंटल शक्कर और 975 लीटर मिट्टी के तेल की निकासी हो गई है।

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ऐसे में राशन विक्रेता चेतन सिंह और प्रबंधक धनश्याम झारिया के खिलाफ पीडीएस प्रणाली में लाखों की क्षति के लिए जिम्मेदार बताते हुए 1.52 लाख की वसूली के लिए आदेश जारी किया गया है। विक्रेता और प्रबंधक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए उपपंजीयक और एसडीएम से लिखित शिकायत भी हुई है। राशन दुकान विक्रेता ने खुद स्वीकार किया कि मरे लोगों को राशन वितरण किया गया है।

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केस-1
अंत्योदय कार्डधारी कोरर निवासी तुलसाबाई पति फागूराम की मौत 18 जुलाई 2018 को हो चुकी है। इनके नाम पर जून 2019 तक राशन की निकासी की गई है। मृत महिला के नाम पर 11 माह में 3.85 क्विंटल चावल, 11 किलो शक्कर और 33 लीटर मिट्टीतेल का फर्जी वितरण हुआ है।
केस-2
अंत्योदय कार्डधारी कोरर निवासी भागोबाई पति मेहरू की मौत 2 दिसंबर 2015 को हो चुकी है। भागोबाई के नाम पर जून 2019 तक राशन की निकासी की गई है। मृत महिला के नाम पर 42 माह में 14.70 क्विंटल चावल, 42 किलो शक्कर और 126 लीटर मिट्टीतेल का फर्जी वितरण हुआ है।
केस-3
अंत्योदय कार्डधारी कोरर निवासी प्रेमबाई पति जगदेव की मौत 8 दिसंबर 2016 को हो चुकी है। प्रेमबाई के नाम पर जून 2019 तक राशन की निकासी की गई है। मृत महिला के नाम पर 30 माह में 10.50 क्विंटल चावल, 30 किलो शक्कर और 90 लीटर मिट्टीतेल का फर्जी वितरण हुआ है।

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वर्जन-
जांंच प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी भानुप्रतापपुर और उप पंजीयक सहकारी समिति कांकेर को सौंप दिया हूं। समिति प्रबंधक और विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन भेजा गया है। कोरर में नौ लोगों के नाम पर गलत ढंग से राशन वितरण किया गया है।
– जे.आर. वैद्य, सहायक खाद्य अधिकारी
वर्जन-
जांच प्रतिवेदन अभी हमें नहीं मिला है। खाद्य विभाग की ओर से पुन: जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
प्रेमलता मंडावी, एसडीएम भानुप्रतापपुर.

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वर्जन-
यह मामला भानुप्रतापपुर अनुविभागीय अधिकारी के पास पेंडिग है। खाद विभाग की ओर से जांच प्रतिवेदन सौंपा गया है। हमारे पास भी प्रतिलिपि आई है।
आरआर मरकाम, उप पंजीयक कांकेर.

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