
डिंपल ने देवरिया कांड पर योगी आदित्यनाथ से पूछा तीखा सवाल
कन्नौज . सपा के सुल्तान अखिलेश यादव की धर्मपत्नी और इत्र नगरी से सांसद डिंपल यादव ने देवरिया संवासिनी गृह कांड पर योगी और मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। डिंपल ने देवरिया कांड पर तीखा विरोध जताते हुए कहा है कि मुस्लिम औरतों की हिफाजत को लेकर बड़ी-बड़ी बात करने वाली भाजपा के कार्यकाल में छोटी-छोटी बेटियां ही सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि वह इस घटना में शामिल सफेदपोशों के साथ-साथ भाजपा के लिए पर्दे के पीछे से काम करने वाले रसूखदारों के नाम तत्काल सार्वजनिक करे।
खुलासा करने वाली बच्ची को डिंपल ने बहादुर बताया
कन्नौज में डिंपल यादव के प्रतिनिधि ने बताया कि संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने डिंपल यादव ने भी अन्य सांसदों के साथ मिलकर देवरिया और बिहार के मुजफ्फरपुर के नारी निकेतन और संवासिनी गृह में सेक्स रैकेट की घटना के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई है। डिंपल ने विरोध प्रदर्शन के दौरान पूछा कि बिहार के मुजफ्फरपुर कांड के बाद भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को संवासिनी गृह की जांच-पड़ताल करने का ख्याल क्यों नहीं आया। इसके अलावा सरकार यह भी स्पष्ट करे कि देवरिया के संवासिनी गृह की मान्यता रद्द होने के बावजूद वहां लड़कियों को क्यों भेजा गया। डिंपल ने आरोप लगाया है कि इस पूरे मामले में सरकारी अफसरों और क्षेत्रीय भाजपा नेताओं की मिली-भगत है। डिंपल ने देवरिया कांड का खुलासा करने वाली उस छोटी बच्ची को बहादुर बताते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देवरिया कांड की घटना दिल दहला देने वाली है, साहसी बच्ची को सबसे पहले मुबारकबाद देना चाहते हैं कि वो दौडक़र, अपनी जान को जोखिम में डाल कर पुलिसवालों तक पहुंची और कांड को उजागर किया ह।
डिंपल ने योगी सरकार से किया बड़ा सवाल, भाजपा चुप
कन्नौज की सांसद डिंपल यादव ने कहा,"हम चाहते हैं जो भी जिम्मेदार हो उसे सजा मिले। इसके साथ ही राज्य सरकार और मुख्यमंत्री खुद बताएं कि इसके लिए कौन-कौन जिम्मेदार हैं। देवरिया जिला गोरखपुर मंडल के अंतर्गत आता है, ऐसे में योगी आदित्यनाथ की सीधे जिम्मेदारी और भी ज्यादा बनती है। उन्होंने कहाकि बगैर इजाजत एनजीओ और संवासिनी गृह का संचालन करने वालों को संरक्षण देने वालों के नाम उजागर करने से सरकार को क्या परहेज है। गौरतलब है कि रविवार रात एक लडक़ी ने देवरिया पुलिस के पास पहुंचकर बालिका गृह की पूरी कहानी सुनाते हुए बताया था कि वहां सेक्स रैकेट चलता है और रात में लड़कियों को रईसजादों के पास भेजा जाता है। महिला थाना प्रभारी ने घटना की जानकारी के तत्काल एसएसपी को सूचना दी और फिर छापेमारी की कार्रवाई के दौरान 24 लड़कियों को छुड़ाया गया जबकि 18 लड़कियां गायब मिली थी। छुड़ाई गई लड़कियों ने बताया कि रात में गाड़ी से कुछ लड़कियों को गोरखपुर ले जाया जाता था और फिर सुबह में वापस लाया जाता था। लौटने के बाद लड़कियां रोती थीं. उनके साथ गलत काम किया जाता था। इस खुलासे के बाद से हडक़ंप मच गया। डिंपल के सवाल पर भाजपा ने फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया है।
Published on:
07 Aug 2018 09:19 pm
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